नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले मोदी-शाह की जोडी अपने सहयोगियों को मनाने में जुटी है। वही शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी को कल हुई मुलाकात के बाद बड़ा झटका दे दिया है। ‘संपर्क फॉर समर्थन’ के तहत बुधवार शाम भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुंबई के मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। लेकिन इस मुलाकात पर पानी फेरते हुए अगले ही दिन शिवसेना नेता संजय राउत ने ऐलान किया कहा कि हम 2019 में अकेले ही चुनाव लड़ेंगे।
गौरतलब है कि बीते दिनों उप-चुनाव और महाराष्ट्र की सियासत को लेकर भाजपा-शिवसेना के बीच तल्खी को कम करने के लिए अमित शाह ने मुंबई के मातोश्री में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद माना जा रहा था कि दोनों दलों के बीच तनाव खत्म करने की दिशा में प्रयास शुरू हो चुका है और आने वाले दिनों में इससे में कमी आएगी और दोनों दल फिर साथ हो जाएंगे। लेकिन संजय राउत के इस ताजा ऐलान के बाद भाजपा की मुश्किलें घटने की बजाए अब बढ़ती हुई दिख रही है।
सामना में लिखा गया है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इसके बावजूद भाजपा चुनाव जीतना चाहती है। शिवसेना ने कहा कि जिस तरह भाजपा ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह भाजपा किसानों की हड़ताल को खत्म करना चाहती है। चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं।