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मुंबई: शिवसेना ने चुनाव आयोग के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा के खिलाफ शिकायत के बाद भी आयोग ने कार्रवाई नहीं की और वो एक पार्टी की तवायफ की तरह काम कर रही है। शिवसेना ने आरोप लगाया है कि भाजपा के कार्यकर्ता पालघर उप चुनाव के दौरान वोटरों को पैसा बांट रहे थे और उन्हें उनके कार्यकर्ताओं ने रंगे हाथों पकड़ा था। पार्टी का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की धांधली की शिकायत के बावजूद भी आयोग ने कार्रवाई नहीं की।

पार्टी सांसद संजय राउत ने चुनाव आयोग की तुलना तवायफ से कर डाली। उन्होंने कहा, 'हमारे कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को पालघर उपचुनाव के दौरान पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। चुनाव आयोग का यही निष्क्रिय रवैया पूरे भारत में देखने को मिल रहा है। इसका मतलब है कि चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल की ‘तवायफ’ की तरह काम कर रहा है।

28 मई को मुंबई की पालघर लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराया गया था। ये सीट भाजपा के सांसद चिंतामन वनगा के निधन के बाद खाली हुई थी। इस सीट को लेकर बीजेपी और शिवसेना में काफी बयानबाज़ी भी हुई थी। शिवसेना ने चितामन वनगा के बेटे को टिकट दे दिया और उन्हें भाजपा के खिलाफ लड़ा दिया। इस चुनाव क्षेत्र में उत्तर भारतीयों की संख्या काफी है और इसी कारण भाजपा ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी और दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी यहां प्रचार किया है।

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