मुंबई: एक तरफ जहां देशभर में छोटे राजनीतिक दलों के बीच भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए में शामिल होने की आपाधापी मची है, वहीं महाराष्ट्र में एक सहयोगी दल ने एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट) को छोड़ने का फैसला लिया है। सांसद राजू शेट्टी नीत स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने महाराष्ट्र सरकार से औपचारिक रूप से अपना समर्थन वापस ले लिया और इस आशय का एक पत्र यहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णनीस को सौंपा। शेट्टी ने पिछले महीने केंद्र और महाराष्ट्र की भाजपा नीत सरकारों से संबंध तोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने राजग पर आरोप लगाया था कि वह किसानों से किए गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहा है। शेट्टी ने मुख्यमंत्री को उनके सरकारी निवास वर्षा में पत्र सौंपा। पश्चिमी महाराष्ट्र के किसानों के बीच अच्छी साख रखने वाली पार्टी स्वाभिमानी शेतकारी संगठन ने एक ही झटके में एनडीए छोड़ने का फैसला लिया है। शेतकारी संगठन के अध्यक्ष और सांसद राजू शेट्टी ने सीएम देवेंद्र फड़नवीस से मिलकर एनडीए से समर्थन वापस लेने का पत्र उन्हें सौंप दिया। इनका आरोप है कि केंद्र सरकार किसानों के हित में कदम नहीं उठा रही है ऐसे में सरकार में बने रहना उनके लिए किसी मतलब का नहीं था। गौर करने वाली बात यह है कि इन दिनों देश के अधिकतर राज्यों में सक्रिय छोटे दल एनडीए का हिस्सा बनने की कोशिश कर रहे हैं।
एनडीए से नाता तोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर प्रचंड बहुमत लाने वाले नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू ने भी महागठबंधन से अलग हो गए हैं। साथ ही जेडीयू एक बार फिर से एनडीए का हिस्सा बनने की कोशिश में जुटा है। 2014 में बीजेपी की ऐसी पहली सरकार बनी जिसे पूर्ण बहुमत मिला. फिलहाल लोकसभा में बीजेपी के 281 सांसद हैं. एनडीए के सांसदों की करीब 331 है।