उदयपुर: राजस्थान के पूर्व राजपरिवार के भीतर विवाद हिंसक मोड़ ले चुका है। भाजपा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ की ताजपोशी मेवाड़ के 77वें महाराणा के रूप में हुई। इसके बाद उनके समर्थकों और उदयपुर में सिटी पैलेस के प्रतिनिधियों के बीच झड़प हो गई। देर रात पथराव भी हुआ। विश्वराज को दर्शन के लिए धूनी माता मंदिर जाना था, लेकिन उदयपुर के सिटी पैलेस के द्वार बंद थे। इस कारण विवाद बढ़ गया। मंदिर उदयपुर के इसी सिटी पैलेस परिसर में है।
जिला प्रशासन ने रिसीवरशिप की दिशा में बढ़ाए कदम
देर रात पथराव के कारण हालात और बिगड़ने पर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा, "कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। महल के प्रतिनिधियों के साथ-साथ समाज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत चल रही है। हम कुछ मुद्दों पर सहमत हो गए हैं, जबकि कुछ अन्य के लिए बातचीत अभी भी जारी है... जिला प्रशासन ने धूनी माता मंदिर के विवादित स्थल को रिसीवरशिप में लेने की दिशा में कदम बढ़ाया है। अगर दोनों में से कोई भी समूह मामला दर्ज कराना चाहता है, तो वह दर्ज कराया जाएगा।
विश्वराज और उनके समर्थकों ने सिटी पैलेस के बाहर डेरा डाला
सोमवार देर रात आई वीडियो क्लिप में तनाव के बीच सैकड़ों लोगों को विश्वराज के समर्थन में सिटी पैलेस के बाहर डेरा डाले देखा गया। समाचार एजेंसी एएनआई पर जारी वीडियो और सूचना के मुताबिक राजसमंद से भाजपा विधायक और मेवाड़ के महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके समर्थक महल में प्रवेश करने से रोके जाने के बाद सिटी पैलेस के बाहर डेरा डाले हुए हैं।
देर रात पत्थरबाजी के बाद तनाव बढ़ा
बता दें कि मेवाड़ के 77वें महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़ का राज्याभिषेक होने के बाद उनका अपने चचेरे भाई डॉ. लक्ष्य राज सिंह मेवाड़ और चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के साथ विवाद हुआ है। हालात इतने बिगड़े कि पत्थरबाजी भी होने लगी। खबर के मुताबिक पूर्व राजपरिवार का विवाद उस समय हिंसक हो गया, जब भाजपा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के समर्थकों ने सिटी पैलेस के प्रतिनिधियों के साथ झड़प की। विवाद बढ़ने पर दोनों तरफ से पथराव की भी खबर है। वीडियो में कई उग्र लोगों को पत्थर फेंकते देखा जा सकता है।