जयपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि पार्टी अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर कटिबद्ध है और वह अपने इस संकल्प से जरा भी पीछे नहीं हटेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश को गठबंधन के नेतृत्व वाली ‘मजबूर’ नहीं, बल्कि मोदी के नेतृत्व वाली ‘मजबूत’ सरकार की जरूरत है। शाह ने यहां एक निजी स्कूल में प्रदेश के सात संभागों के युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम 'युवां री बात अमित शाह के साथ' को संबोधित किया। शाह ने बाद में शाम को बीकानेर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो किया।
जयपुर में कार्यक्रम के दौरान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पार्टी की प्रतिबद्धता के सवाल पर शाह ने कहा, ‘‘अयोध्या में जहां रामलला विराजमान हैं, उसी स्थान पर भव्य राम मंदिर बने, इसके लिए भारतीय जनता पार्टी कटिबद्ध है और यह हमारा देश से वादा है। इसमें एक इंच भी पीछे हटने का कोई सवाल नहीं है।’’ शाह के अनुसार भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह इस मुद्दे का न्यायिक समाधान चाहती है और वहां जल्द से जल्द राम मंदिर बनाना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘जनवरी में अदालत में तारीख है और हमें पूरी आशा है कि राम जन्मभूमि मामले पर तेजी से सुनवाई होगी तथा फैसले के बाद वहां भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा। परंतु भाजपा अपने वचन से एक इंच भी पीछे नहीं जा सकती। उसी स्थान पर और डिजाइन के हिसाब से ही भव्य राम मंदिर का निर्माण करना, यह भारतीय जनता पार्टी का संकल्प है जिसे लेकर हमारे मन में कोई संशय नहीं है।’’
केंद्र में ‘मजबूत’ नहीं, ‘मजबूर’ सरकार संबंधी बसपा नेता मायावती के बयान का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि मोदी के नेतृत्व में, वसुंधरा राजे के नेतृत्व में एक ‘मजबूत’ सरकार बने जो राजस्थान व देश के विकास के लिए आगे बढ़ सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये जो गठबंधन, गठबंधन, गठबंधन करते हैं... अभी मायावती ने कहा कि देश में ‘मजबूत’ सरकार नहीं चाहिए, ‘मजबूर’ सरकार चाहिए। उन्हें ‘मजबूर’ सरकार चाहिए, हमें ‘मजबूत’ सरकार चाहिए जो देश में विकास कर सके... राहुल गांधी के नेतृत्व में गठबंधन ‘मजबूर’ सरकार चाहता है और जो सरकार ‘मजबूर’ हो, वह कैसे देश का विकास कर सकती है?’’
इसके साथ ही शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ‘गठबंधन’ की बातों से भ्रमित न हों और यह महज एक ढकोसला है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी सब जगह घूम रहे हैं और अब उनको गठबंधन की थ्योरी सूझ रही है। गठबंधन कुछ नहीं है, गठबंधन एक ढकोसला है। भाजपा का समर्थक वोटर कार्यकर्ता जरा भी कन्फयूज न हो। मैं डंके की चोट पर कहना चाहता हूं कि 2019 में अब से ज्यादा बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी।’’ युवा और रोजगार संबंधी एक सवाल पर शाह ने कहा यह भावनाओं से नहीं सुधरने वाला, न ही यह भाषणों से सुधरने वाला है, बल्कि यह तो देश के अर्थतंत्र के विकास से ही सुधरने वाला है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आती है तो वृद्धि दर नीचे जाती है, भाजपा आती है तो विकास दर ऊपर जाती है। शाह ने कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र के अभाव का आरोप भी लगाया और कहा कि जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है, वह देश के लोकतंत्र को कैसे सुरक्षित रख सकती है। बीकानेर में कांग्रेस के एक प्रत्याशी द्वारा ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच सोनिया गांधी की ‘जय’ के नारे लगवाए जाने की कथित घटना का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘‘वंशवाद की राजनीति का इससे ज्यादा खराब परिणाम और क्या हो सकता है?’’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को ‘भारत माता की जय’ बोलने में हिचकिचाहट होती है, उनको इस धरती का अन्न खाने का कोई अधिकार नहीं है। शाह ने कहा कि भाजपा ने वंशवादी राजनीतिक परंपराओं को देश से समाप्त किया है और देश की राजनीति में जब तक वंशवाद है, उसमें प्रतिभाशाली युवाओं को मौका नहीं मिल सकता है। राज्य में एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की सरकार बनने की कथित परंपरा के सवाल पर उन्होंने इसे खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘‘इसी राजस्थान में भैरों सिंह शेखावत ने दो बार लगातार सरकार बनाई। पहले कई बार कांग्रेस की सरकारें भी बार-बार बनीं।’’
शाह ने कहा कि अगर इसे मिथक मान भी लें तो इस बार प्रदेश के युवा इसे तोड़ देंगे और पार्टी भी इसके लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने शाम को बीकानेर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो किया। यह रोड शो जस्सूसर गेट से जूनागढ़ तक लगभग तीन किलोमीटर तक चला। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी के साथ पार्टी प्रत्याशी सिद्धी कुमारी तथा गोपाल जोशी मौजूद थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।