ताज़ा खबरें
बांग्लादेश ने भारत में जजों का प्रस्तावित प्रशिक्षण कार्यक्रम किया निरस्त
प्रधानमंत्री ने भाषण में 29 मिनट दिल्लीवासियों को दी गालियां: केजरीवाल
आप-दा सरकार नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे: दिल्ली रैली में पीएम मोदी
प्रियंका के बाद बिधूड़ी का आतिशी-संजय सिंह को लेकर विवादित बयान
सिडनी में भारत की शर्मनाक हार, ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से मारी बाजी
दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे की मार, ट्रेनें-उड़ानें बुरी तरह प्रभावित

कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर के सदाचार मैदान पर बने भव्य पंडाल में सोमवार को आयोजित संत सम्मेलन में देशभर से संत पहुंचे। इसी दौरान संत सम्मेलन में गोरक्षा के लिए कार्य कर रही एडवोकेट रेणुका चोपड़ा पहुंची और जमकर हंगामा मचाया।

रेणुका ने कहा कि जिस प्रदेश में गायों को सम्मान नहीं मिल रहा व उनकी रक्षा नहीं की जा रही वहां पर गीता के नाम पर संत सम्मेलन का क्या औचित्य है। आनन फानन में पुलिस ने महिला को पंडाल से बाहर खदेड़ा और उसे अपने साथ ले गई। वहीं सम्मेलन के दौरान संतों ने गीता पर विचार रखे। कहा कि गीता केवल शपथ दिलाने के लिए नहीं है इसके संदेशों को आमजन तक पहुंचाना जरूरी है इसके लिए लोगों को गीता पढऩे के लिए प्रेरित करना होगा।

 

संतों ने कहा कि आज डिजिटल युग में युवा अपने रास्ते से भटक गया है। ऐसे में गीता को राष्ट्र ग्रंथ राष्ट्र धर्म के रूप में घोषित किया जाए ताकि सही मायनों में इसका प्रचार प्रसार हो सके। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यदि बच्चों को शुरु से गीता पढ़ाई जा रही होती तो आज देश में महिलाओं के साथ घटनाएं नहीं घटतीं।

संतों ने कहा कि गीता जयंती पर दूसरे संप्रदाय के लोगों को भी आमंत्रित किया जाना चाहिएए ताकि वे यहां आएं और अपने साथ गीता का संदेश लेकर जाएं। इससे देश में पनप रहीं दूसरी समस्याएं भी समाप्त हो जाएंगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख