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चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में सुसाइड करने वाले पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल को शहीद मानने से इंकार कर दिया है। हालांकि सरकार की ओर से उनके परिवार को 10 लाख रुपये की मदद और सरकारी नौकरी का ऐलान किया गया है। ये ऐलान हरियाणा सरकार की ओर से पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में शामिल हुए मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने किया। मुख्यमंत्री खट्टर बोले, खुदकुशी करने वाला शहीद नहीं कहलाता, शहीद वो होता है जो सीमा पर वीरता से लड़ते हुए अपनी जान वार देता है। वीर कभी खुदकुशी नहीं किया करते।" जब खट्टर से पूछा गया कि राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार करने का फैसला तो राज्य सरकार ने किया है। इस पर सीएम ने कहा, "राजकीय सम्मान अलग बात है। सैनिक था देश के लिए लड़ा, अब भले ही सुसाइड किया है, पर था तो फौजी ही।" इससे पहले दिल्ली सरकार की ओर से केजरीवाल ने पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल को शहीद करार देते हुए एक करोड़ मुआवजा देने की बात कही थी। रामकिशन को दिल्ली सरकार ने शहीद का दर्जा दिया है तो वे उसी राज्य में शहीद माने जाएंगे। पूर्व सैनिक के अंतिम संस्कार में पहुंचे केजरीवाल और राहुल गांधी के मुद्दे पर नाम लिए बिना मंत्री अनिल विज बड़ी बात बोल गए। उन्होंने कहा कि जैसे लाइट जलने पर मच्छर भागकर आते हैं, वैसे ही कैमरा ऑन होने पर ये भागे आते हैं।

गौरतलब है कि अनिल विज ने ये बयान अपने ऑफिशियल टिवटर अकाउंट पर टवीट किया। इससे पहले स्थानीय सांसद धर्मबीर सिंह और अंबाला से भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया भी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। तीनों नेताओं ने एक बंद कमरे में रामकिशन के परिवार से बात की और उन्हे पूरी मदद देने का भरोसा दिलाया।

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