सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह की 349वीं जयंती पर शनिवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ गुरुद्वारों में उमड़ी। ठंड के बावजूद लोगों में उत्साह देखा गया। अमृतसर में सिखों के पवित्र धर्म स्थल स्वर्ण मंदिर, 'हरमंदिर साहिब' में हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे। ठंड के बावजूद उत्साह पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के गुरुद्वारों में भी भक्तों का बड़ी संख्या देखी गई। इस इलाके में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 10 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। पंजाब सरकार पहले ही जनवरी 2017 में गुरु गोविंद सिंह की 350 वीं जयंती धूमधाम से मनाने की योजनाओं पर काम कर रही है।
पटना में अगले साल होगा मुख्य आयोजन
पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी, "राज्य मंत्रिमंडल ने 2017 में चार जनवरी से छह जनवरी के बीच गुरु गोविंद सिंह की 350वीं जयंती को मंजूरी दे दी है।"बिहार की राजधानी पटना में अगले साल मुख्य समारोह का आयोजन होगा, जो सिखों के 10वें गुरु का जन्मस्थान है। गुरु गोविंद सिंह का जन्म 1666 को बिहार के पटना साहिब में हुआ था। उन्होंने 13 अप्रैल 1699 में खालसा की स्थापना की थी। उन्होंने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का पवित्र धर्म ग्रंथ घोषित किया था।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर लोगों को बधाई दी। मोदी ने ट्वीट किया, "प्रकाश उत्सव के मौके पर गुरु गोविंद सिंह जी को नमन। उनकी वीरता और मानवता के प्रति सेवा को हमेशा याद किया जाएगा और आगे बढ़ाया जाएगा।"