नई दिल्ली: विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर इस्राइली फिल्म निर्देशक मादव लैपिड की टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब गोवा भाजपा प्रवक्ता सावियो रोड्रिग्स ने लैपिड की टिप्पणी को कश्मीरी हिंदुओं का अपमान बताया है। उन्होंने कहा, लैपिड की टिप्पणी कश्मीर में हुईं दहशतगर्दी को झेलने वाले कश्मीरी हिंदुओं का अपमान है।
उन्होंने मीडिया में दिए अपने बयान में कहा, आप को कलात्मक रूप से फिल्म की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार की सच्चाई बयां करने वाली फिल्म को वल्गर कहना शर्मनाक है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, वह 'द कश्मीर फाइल्स' पर लैपिड की टिप्पणियों से असहमत हैं। इस दौरान उन्होंने लैपिड को कश्मीरी हिंदुओं से बातचीत करने की भी पेशकश की। उन्होंने का इस्राइली निदेशक को कश्मीरी हिंदुओं से बातकर सच्चाई को जानना चाहिए। वहीं, भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस्राइली फिल्ममेकर की 'द कश्मीर फाइल्स' पर टिप्पणी की तुलाना हिटलर के शासन में लाखों यहूदियों की हत्या से की।
उन्होंने कहा, लंबे समय तक लोगों ने शिंडलर लिस्ट जैसी फिल्म को भी प्रचार बताया था, जैसे अभी कुछ लोग कश्मीर फाइल्स को लेकर ऐसा कह रहे हैं। उन्होंने कहा, सत्य अंत में जीतता ही है, चाहे कुछ भी हो।
क्या कहा था लैपिड ने?
गोवा में आयोजित हुए 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के आखिरी दिन कश्मीर फाइल्स की चर्चा हुई। इस दौरान जूरी के हेड व इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ने कहा यह एक प्रोपेगेंडा फिल्म है। फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर भी हैरानी जताई है। नादव लैपिड ने फिल्म की आलोचना करते हुए यह तक कह दिया यह फिल्म फेस्टिवल की प्रतियोगिता में शामिल भी किए जाने लायक नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ प्रचार के लिए थी। नादव ने कहा, 'इस फिल्म को देखकर हम सभी हैरान और परेशान थे। यह एक भद्दी फिल्म है। यह फिल्म एक प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कॉम्पटेटिव सेक्शन के लिए सही नहीं है।'
अनुपम खेर ने की निंदा
इस्राइल के फिल्म निर्माता नदव लापिड के बयान की निंदा करते हुए अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की है। अभिनेता ने लिखा, 'झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो.. सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है..'। इतना ही नहीं अभिनेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते वक्त कहा, 'हम जूरी हेड और इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड को सही तरीके से जवाब देंगे। यहूदी नरसंहार सही है तो कश्मीरी पंडितों का पलायन भी सही है। यह टूलकिट गैंग के एक्टिव होने के तुरंत बाद हुआ, लगता है प्री-प्लैंड था। उनके लिए इस तरह का बयान देना शर्मनाक है।
फिल्म के बाद कश्मीर में हुईं सबसे ज्यादा हत्याएं: संजय राउत
आईएफएफआई के जूरी हेड की टिप्पणी का शिवसेना नेता संजय राउत ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा, कश्मीर फाइल्स के बारे में उनका बयान सच है। यह एक दल का दूसरे दल के खिलाफ दुष्प्रचार था। एक पूरी पार्टी और सरकार इस फिल्म के प्रचार में व्यस्त थी, लेकिन इस फिल्म के बाद कश्मीर में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं। कश्मीर पंडित और सुरक्षाकर्मी मारे गए।राउत ने कहा, जब कश्मीरी पंडितों के बच्चे डर रहे थे, तब ये कश्मीर फाइल्स वाले कहां थे।