ताज़ा खबरें
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा

नई दिल्‍ली: 11 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत ने पूरी दुनिया को चौंका दिया था। वह परमाणु परीक्षण को करने में इतनी गोपनीयता बरती गई थी, कि दुनिया को इसकी कानोकान खबर तक नहीं हुई थी। ऐसे में भारत की इसी सफलता की कहानी पर्दे पर उतारती फिल्‍म 'परमाणु' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। इस फिल्‍म के ट्रेलर के लिए ही पोखरण परमाणु परीक्षण की 20वीं सालगिह को चुना गया है।

तब की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के इस कदम से अमेरिका सहित पूरी दुनिया अचंभित हो गई थी। 'परमाणु' के ट्रेलर में छह: आर्मी के जवानों की टीम बताई गई है, जिन्‍होंने इस पूरे मिशन को अंजाम दिया है। फिल्‍म में जॉन अब्राहम मुख्‍य भूमिका में नजर आ रहे हैं और उनके साथ एक्‍ट्रेस डायना पेंटी नजर आ रही हैं।

दरअसल परीक्षण के दिन सभी को आर्मी की वर्दी में परीक्षण स्थल पर ले जाया गया था ताकि खुफिया एजेंसियों को लगे कि सेना के जवान ड्यूटी दे रहे हैं। 'मिसाइलमैन' अब्दुल कलाम भी सेना की वर्दी में वहां मौजूद थे। फिल्‍म 'परमाणु' 25 मई को रिलीज हो रही है।

पोखरण की कहानी:

11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोखरण परमाणु स्थल पर पांच परमाणु परीक्षण किये थे। यह दूसरा भारतीय परमाणु परीक्षण था। पहला परीक्षण मई 1974 में किया गया थ।. इसका कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा (मुस्कुराते बुद्ध) था। 11 मई को हुए परमाणु परीक्षण में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल था। इन परमाणु परीक्षण के बाद कई देश भड़क गए। इसके बाद जापान और अमेरिका सहित प्रमुख देशों ने भारत के खिलाफ विभिन्न प्रतिबंध लगा दिया था। इस ऑपरेशन को पूरा किया था तत्‍कालीन प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और डीआरडीओ के प्रमुख डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में, जो बाद में देश के राष्ट्रपति बने।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख