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नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म " पद्मावत" को लेकर जारी विरोध के बीच अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा है कि गलत फिल्म बनायेंगे, तो लोग रिएक्ट जरुर करेंगे। पद्मावत को रिलीज करने पर उच्चतम न्यायालय ने आज मुहर लगा दी। पहले यह फिल्म पद्मावती के नाम से रिलीज की जानी थी, किंतु चौतरफा विरोध होने पर फिल्म में कांट-छांट करने के बाद नाम भी बदलकर पद्मावत किया गया था। इसके बावजूद विरोध कम नहीं हुआ।

मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा सरकार ने अपने राज्यों में फिल्म के प्रदर्शन को बैन करने की घोषणा की थी। इसके बाद मामला शीर्ष न्यायालय में पहुंचा और इसके रिलीज होने का रास्ता साफ हुआ। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होनी है।

पाटेकर का पद्मावत को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने इस सवाल पर कि जब फिल्म को रिलीज करने के लिए शीर्ष न्यायालय की मुहर भी लग गई है, इसके बावजूद फिल्म का जिस तरह विरोध हो रहा है ऐसी स्थिति में क्या किसी ऐतिहािसक फिल्म को वर्तमान समय में बनाना मुश्किल है, पाटेकर ने इसका जवाब देते हुए कहा " कोई भी चीज मुश्किल नहीं है। फिल्मों पर बवाल होना सामान्य बात है।

जब मूवी को सेंसर से ग्रीन सिग्नल मिल गया, तो वो रिलीज होगी। हालांकि सही विषय पर फिल्म बनाएं। आप सही फिल्म बनायेंगे तो लोग रिएक्ट नहीं करेंगे। आप गलत फिल्म बनाएंगे तो लोग जरुर रिएक्ट करेंगे।"

इस सवाल पर कि सिनेमा कोई पाठ्य पुस्तिका नहीं है जिस पर आप रोक लगाए,अभिनेता ने स्पष्ट शब्दों में कहा" विरोध गलत है। लेकिन इतिहास से छेडखानी करेंगे तो उससे जुड़े लोगों को बुरा लगना स्वाभाविक है। फिल्म बनाते समय निर्माता की यह जिम्मेदारी होती है कि किसी को ठेस नहीं पहुंचे।"

मराठी फिल्म अपाल मानुष स्क्रीनिंग पर पहुंचे पाटेकर ने कहा "फिल्म को प्रदर्शित होने दो, आपको पता चल जायेगा कि वह अच्छी है या बकवास है। कानून से बड़ा कोई नहीं, आज भी कानून है, कल भी कानून ही सबसे बडा रहेगा।

उन्होंने कहा कि मेरी फिल्मों को लेकर कभी कोई विवाद नहीं हुआ। पाटेकर ने कहा "मेरी फिल्म में कभी कोई कंट्रोवर्सी नहीं हुई, मैंने क्रांतिवीर जैसी फिल्में बनाई। बोल्ड स्टेटमेंट होने के बावजूद उन पर कभी कोई बवाल नहीं हुआ। जरुरी है इस बात को याद रखना कि आप फिल्म क्या सोचकर बना रहे हैं। आप विषय को कैश कराना चाहते हैं या फिर आप सच में समाज को कोई बडा संदेश देना चाहते हैं। तुम्हारे अंदर कितनी सच्चाई है वो आंखों में दिखाई दे जाती है।"

फिल्म को लेकर विशेष राजपूत समाज प्रदर्शन कर रहा है। पिछले कई दिनों से प्रदर्शन उग्र हो गया है और फिल्म के विरोध में उतरे प्रदर्शनीकारी तोडफ़ोड़ भी कर रहे हैं।

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