नई दिल्ली/सोनीपत: रेसलर्स और डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के विवाद में शनिवार को सोनीपत में खाप पंचायत हुई। इसमें साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया पहुंचे। दोनों ने खाप प्रतिनिधियों को गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से हुई मीटिंग के बारे में बताया।
इस दौरान साक्षी मलिक ने कहा कि हमें लगातार धमकी भरी कॉल आ रही हैं। कहा जा रहा है कि समझौता कर लो। नहीं तो पूरा करियर खत्म हो जाएगा। जबकि हम पहले दिन से ही कर रहे हैं कि बृजभूषण को कस्टडी में लिया जाए। वह बाहर रहेगा तो दूसरों पर प्रेशर रहेगा। पॉक्सो एक्ट वाली लड़की टूट चुकी है। धीरे-धीरे और भी लड़कियां टूट जाएंगीं। हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा।
उन्होंने कहा कि मैं यह क्लियर कर देती हूं कि हम सब एक हैं। मैं, बजरंग और विनेश हम एक हैं और एक ही रहेंगे। विनेश के ना आने का रीजन है। कुछ इन्क्वायरी चल रही हैं। कुछ और लीगल कार्रवाई हैं। वह भी संभालनी पड़ती हैं।
वहीं बजरंग ने कहा कि सरकार बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए तैयार नहीं है। केंद्र ने 15 जून तक का समय लिया है। कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए फिर से धरना दिया जाएगा। 15 के बाद 16 या 17 जून को जंतर-मंतर या रामलीला के मैदान पर दोबारा धरना किया जा सकता है।
वहीं इस मामले में अब दंगल गर्ल गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत ने बृजभूषण पर नए खुलासे किए हैं। जिसमें दावा किया कि लड़कियों को रात में बृजभूषण की सिक्योरिटी वाली गाड़ियों में बाहर ले जाया जाता था।
फिजियोथेरेपिस्ट परमजीत की 4 अहम बातें
1. आधी रात को लड़कियां बाहर जाती थीं
गीता फोगाट 2014 में मुझे अपना पर्सनल फिजियोथेरेपिस्ट बनाकर साई लखनऊ कैंप में ले गईं। मैंने देखा कि आधी रात के बाद लड़कियां बाहर जाती हैं। जिसकी मैंने अपने लेवल पर जांच की। मुझे पता चला कि जिन गाड़ियों में ये लड़कियां ले जाई जा रही हैं, वह भाजपा सांसद और फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की सिक्योरिटी में लगी गाड़ियां होती थीं।
2. चीफ कोच को लिखित में दिया
मैंने चीफ कोच कुलदीप मलिक और कमल सेन को कहा कि रात में बच्चे कहीं बाहर जाते हैं, इनको देखा जाना चाहिए। ये सब लिखित में चीफ कोच कुलदीप मलिक और दूसरे सीनियर अफसरों को दिया। कई बार मीडिया से भी साझा करने की कोशिश की, लेकिन मेरी बात को दबा दिया गया।
3. लड़कियों ने कहा- कोई चारा नहीं, फिर हमें हटा दिया
मैंने इस बारे में रात को बाहर जाने वाली लड़कियों से बात की। लड़कियों ने कहा कि इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा चारा नहीं है। मैंने लगातार कंप्लेंट की तो अचानक मुझे लखनऊ के साई कैंप से छुट्टी दे दी गई।
4. कैंप में बृजभूषण की पूरी टीम पहलवानों के पीछे
लखनऊ के साई सेंटर में युवा महिला पहलवानों को फंसाया जाता है। कैंप में अनऑफिशियल रूप से 4-5 लोग रखे गए हैं। थोड़ा चोट लगने पर भी युवा पहलवानों को घर भेजने के नाम पर डराया जाता है। उन्हें कहा जाता कि हम नेताजी से मिलवाकर आपको घर जाने से रोक लेंगे। कैंप में बृजभूषण की एक पूरी टीम काम करती है।
सीन री-क्रिएट करने पर टीएमसी को एतराज
महिला पहलवान को क्राइम सीन री-क्रिएट करने के लिए दिल्ली में बृजभूषण के घर पर बने भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के ऑफिस में ले जाने पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सवाल खड़े किए।
उन्होंने इसे महिला पहलवान को मानसिक आघात पहुंचाने की कार्रवाई करार देते हुए दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़े किए। उन्होंने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से घटना पर तत्काल संज्ञान लेकर जिम्मेदार पुलिस अफसरों से जवाब मांगने को कहा।
टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने कहा, 'पीड़िता को यौन शोषण के आरोपी के घर ले जाना चौंकाने वाला है। दिल्ली पुलिस पहलवान को डराने की कोशिश कर रही है। ये कोई हत्या का मामला नहीं, जहां क्राइम सीन री-क्रिएट कराना हो। ये सीधे तौर पर महिला पहलवान के मन में डर पैदा किया जा रहा है क्योंकि आरोपी बृजभूषण को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।'
15 मिनट तक महिला पहलवान डब्ल्यूएफआई ऑफिस में रही
दिल्ली पुलिस शुक्रवार को जंतर-मंतर पर धरने में शामिल एक महिला पहलवान को दिल्ली में डब्ल्यूएफआई ऑफिस लेकर पहुंची। रेसलर पुलिस टीम के साथ करीब 15 मिनट तक यहां रही। जहां महिला पहलवान से सीन री-क्रिएट कराया गया था।
इसके बाद मीडिया पर चली तमाम खबरों पर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कहा- महिला पहलवान पुलिस इन्वेस्टिगेशन के लिए क्राइम सीन पर गई थीं, लेकिन मीडिया में बताया गया कि वे समझौता करने गई हैं। बृजभूषण की यही ताकत है।
वह बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नैरेटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान कर रहा है। उसकी गिरफ्तारी जरूरी है। इधर, सांसद बृजभूषण सिंह से जब जांच के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- मेरे पास कोई नहीं आया।
डब्ल्यूएफआई चुनाव की तैयारियां शुरू
बृजभूषण और रेसलर्स के विवाद के बीच डब्ल्यूएफआई चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। एडहॉक समिति ने मतदाता सूची एकत्र करके चुनाव कराने की दिशा में पहला कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने चुनाव के लिए 30 जून की समय सीमा निर्धारित की है।
इंटरनेशनल रेफरी की गवाही बनी बृजभूषण की मुश्किल
इस बीच, एक इंटरनेशनल रेफरी जगबीर सिंह ने दिल्ली पुलिस को दिए बयान में कहा कि इवेंट में बृजभूषण पहलवानों को छू रहे थे। महिला रेसलर असहज नजर आ रही थी। उसने बृजभूषण को धक्का भी दिया था। ऐसा लगता है कि उस दिन कुछ तो गलत हुआ।
दूसरी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि 2013 में जूनियर एशिया चैंपियनशिप की बात है, जो फुकेट थाईलैंड में खेली गई थी। वहां भी बृजभूषण और उसके साथियों ने शराब के नशे में बच्चियों को उन जगह छुआ था, जहां से नहीं छूना चाहिए था। उस घटना से पहले बृजभूषण ने बच्चियों को इंडियन फूड खिलाने की बात कही थी, लेकिन डिनर से पहले बृजभूषण और उनके साथियों ने शराब पी थी।
बृजभूषण के खिलाफ 6 महिला पहलवानों ने यौन शोषण का केस दर्ज कराया था। दिल्ली पुलिस ने 2 महिला रेसलर, एक इंटरनेशनल रेफरी और एक कोच के बयान दर्ज किए हैं।
गोल्ड मेडलिस्ट ने 2 पहलवानों के दावों की पुष्टि की
दिल्ली पुलिस को दिए बयान में 2010 की कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट अनीता ने भी पहलवानों के दावों की पुष्टि की। अनीता ने कहा- महिला पहलवान ने बताया था कि बृजभूषण ने उसे कमरे में बुलाकर जबरन गले लगाया। उसने मुझे इसके बारे में बताया। फिर हम वहां से पटियाला नेशनल कैंप में लौटे तो महिला पहलवान मेरे आगे रो पड़ी थी।
एशियाई खेलों के ट्रायल में हिस्सा लेना चाहते हैं रेसलर्स
पहलवान इस महीने होने वाले एशियाई खेलों के चयन ट्रायल में भाग लेना चाहते हैं। एशियाई खेल 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चीन के हांगझोउ में होने हैं। साक्षी मलिक के पति और अंतरराष्ट्रीय पहलवान सत्यव्रत कादियान ने कहा- हम चयन ट्रायल में हिस्सा लेना चाहते हैं, लेकिन इसकी तैयारी के लिए हमें कम से कम डेढ़ महीने के प्रशिक्षण की जरूरत है।