नई दिल्लीः देश के जाने माने पहलवान कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के मामले में अब राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए है। सिब्बल ने पीएम मोदी व भाजपा की चुप्पी पर कहा कि पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीडऩ के आरोपों पर प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा चुप है। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोप ही इस मामले की जांच करने के लिए काफी है।
सुप्रीम कोर्ट में पहलवानों का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता सिब्बल ने ट्विटर पर लिखा कि मामले की जांच करने वालों के लिए संदेश काफी है। बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार सबूत बढ़ते जा रहे है। उनके खिलाफ लोगों में आक्रोश भी बढ़ रहा है, इसके बाद भी न तो उनकी गिरफ्तारी हुई है और पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा व आरएसएस चुप है।
इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने सरकार पर बड़ा तंज कसते हुए कहा कि सरकार सबके साथ नहीं, बल्कि बृजभूषण के साथ है।
गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज हुई थी। दोनों एफआईआर में आईपीसी की धारा 354 महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग, 354, यौन उत्पीडऩ, 354डी पीछा करना और 34 सामान्य इरादे का हवाला दिया गया है। इन आरोपों में एक से तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान है।
पहली एफआईआर में छह वयस्क पहलवानों के आरोप शामिल है। इसमें रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सचिव विनोद तोमर का भी नाम है। दूसरी एफआईआर एक नाबालिग के पिता की शिकायत पर दर्ज की गई है। यह पॉक्सो अधिनियम की धारा 10 के तहत है, जिसमें पांच से सात साल सजा का प्रावधान है।