नई दिल्लीः केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज विरोध करने वाले पहलवानों पर "गोलपोस्ट बदलने" का आरोप लगाया। उन्होंने हाल के दिनों में इस मुद्दे पर सरकार की ओर से आई टिप्पणी दोहराई कि उन्हें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे ‘खेल या अन्य खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचे।
दिल्ली में पहलवानों के विरोध स्थल जंतर मंतर पर विपक्षी दलों के नेताओं के दौरे का जिक्र करते हुए अनुराग ठाकुर ने आज संवाददाताओं से कहा, 'खिलाड़ियों ने खुद कहा था कि यह प्लेटफार्म राजनीति करने के लिए नहीं है। लेकिन बाद में राजनीतिक दल आए और गए और उनके साथ यह मंच साझा किया गया।'
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि "पहलवानों को पुलिस की जांच का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘प्रदर्शन करने वाले पहलवान जांच पूरी होने दें। आपको सुप्रीम कोर्ट, पुलिस और खेल विभाग पर विश्वास तो करना पड़ेगा। हम भी चाहते हैं कि खिलाड़ियों ने जो बात उठाई है, उसकी निष्पक्ष जांच हो और जांच के बाद उचित कार्रवाई हो।"
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में कहकर एफआईआर दर्ज की है। उचित यही होगा कि आप जब तक यह जांच पूरी न हो, कोई भी ऐसा कदम न उठाएं, जिससे खेल, किसी खिलाड़ी या किसी और को कोई ठेस पहुंचे।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से धैर्य रखने व डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों को लेकर जारी जांच पर भरोसा करने को कहा। ठाकुर ने पहलवानों से आग्रह किया कि वे ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे खेलों की महत्ता कम हो।
रविवार को पुलिस और पहलवानों के बीच हुई हाथापाई की घटना के बाद पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के मुद्दे पर सरकार की यह पहली टिप्पणी थी। रविवार को नए संसद भवन के पास विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच हाथापाई हुई थी।
ठाकुर ने आज कहा कि सरकार ने मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने की पहलवानों की मांग को स्वीकार कर लिया है और फेडरेशन के प्रमुख को हटा दिया है, जिसके खिलाफ वे प्रदर्शन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने एथलीटों के प्रशिक्षण और खेल के बुनियादी ढांचे में सुधार पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि अब भी भारतीय कुश्ती महासंघ भारतीय ओलंपिक संघ के निर्देश पर काम कर रहा है।
पहलवान जनवरी से ही डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन पर एक नाबालिग सहित सात एथलीटों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है।