नई दिल्लीः एक तरफ पीएम मोदी आज नई संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर जंतर-मंतर पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारी पहलवान नई संसद की ओर बढ़े रहे थे। लेकिन उन्हें कुछ ही देर बाद दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं, अब दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ दंगा करने, गैरकानूनी जमावड़ा करने, ड्यूटी के दौरान पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज किया है, जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
जानकारी के अनुसार, जंतर-मंतर पर कुछ पहलवान वापस पहुंचे थे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी और वापस भेज दिया। दिल्ली पुलिस मे पहलवानों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353 के तहत केस दर्ज किया है। पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 में भी एफआईआर दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर को पूरी तरह से खाली करा लिया है। जंतर-मंतर से पहलवानों के अलावा सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया गया। पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को भी हटाकर जंतर मंतर को साफ किया गया।
एथलीट यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में पहलवानों द्वारा आज दिल्ली में "महिला सम्मान महापंचायत" का आह्वान किया गया था। जिसको लेकर दिल्ली में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने कहा कि पहलवानों को हमने पहले कहा था कि आज कोई राष्ट्रविरोधी काम न करें, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी। हमने सभी को डिटेन कर लिया है और जंतर मंतर खाली करा दिया है।