नागपुर: अपने स्पिनरों के सहारे धीमी पिच पर न्यूजीलैंड को फतह करने की भारतीय रणनीति आज (मंगलवार) यहां उसी पर भारी पड़ गयी और तीन स्पिनरों के साथ उतरी कीवी टीम ने कम स्कोर वाले मैच में 47 रन से जीत दर्ज करके आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप में अपने अभियान की जोरदार शुरूआत की। न्यूजीलैंड ने ग्रुप दो के इस मैच में धीमी पिच पर टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। पहली चार गेंदों पर दो छक्के पड़ने के बावजूद शुरू में दो विकेट गंवाने से वह बैकफुट पर चला गया। कोरी एंडरसन ने उसकी तरफ से सर्वाधिक और संघर्षपूर्ण 34 रन बनाये क्योंकि इसके लिये उन्होंने 42 गेंदें खेली। ल्यूक रोंची ने आखिर में 11 गेंदों पर नाबाद 21 रन बनाये जिससे न्यूजीलैंड सात विकेट पर 126 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा। खेल आगे बढ़ने के साथ पिच धीमी पड़ने लगी और भारत के लिये यही स्कोर पहाड़ जैसा साबित हो गया।
न्यूजीलैंड के तीनों स्पिनरों मिशेल सैंटनर (11 रन देकर चार विकेट), ईश सोढ़ी (18 रन देकर तीन विकेट) और नाथन मैकुलम (15 रन दो विकेट) ने स्पिन खेलने में माहिर भारतीय बल्लेबाजी को थर्रा दिया। भारत एक समय सात विकेट पर 43 रन बनाकरजूझ रहा था। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 30 रन बनाये लेकिन इससे हार का अंतर ही कम हुआ। भारतीय टीम 18.1 ओवर में 79 रन पर ढेर हो गयी जो उसका इस प्रारूप में दूसरा न्यूनतम स्कोर है। इस तरह से कीवी टीम भारत के विजय अभियान पर भी रोक लगाने में सफल रही। न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ अब तक सभी पांचों टी20 मैच जीते हैं। न्यूजीलैंड टिम साउथी और ट्रेंट बोल्ट जैसे तेज गेंदबाजों के साथ नहीं उतरा था लेकिन उसके स्पिनरों ने उसे आदर्श शुरूआत दिलायी। आफ ब्रेक गेंदबाज मैकुलम ने पहले ओवर में ही शिखर धवन : एक : को पगबाधा आउट किया। केन विलियमसन ने तीसरे ओवर में ही पहले बदलाव के रूप में बायें हाथ के स्पिनर सैंटनर को गेंद थमा दी। उन्होंने रोहित शर्मा (5) और सुरेश रैना (1) को आउट करके भारतीय खेमे में खलबली मचा दी। इससे पहले भारत ने धीमी गति के गेंदबाजों के लिये अनुकूल परिस्थियितों का फायदा उठाकर न्यूजीलैंड को विश्व टी20 चैंपियनशिप के ग्रुप एक के पहले मैच में आज यहां सात विकेट पर 126 रन ही बनाने दिये। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी तरफ से पहली चार गेंदों पर दो छक्के लगे लेकिन इसके बाद अगला छक्का आखिरी ओवर में ही लगा। पहले दो ओवर में दो क्षटके लगने और धीमी पिच पर स्पिनरों के सामने उसके बल्लेबाजों के लिये रन बनाना आसान नहीं रहा। कोरे एंडरसन जैसे विस्फोटक बल्लेबाज ने 42 गेंदों का सामना करके 34 रन बनाये जिसमें तीन चौके शामिल हैं। ल्यूक रोंची ने आखिर में हालांकि 11 गेंदों पर 21 रन की उपयोगी पारी खेली। महेंद्र सिंह धौनी ने सुरेश रैना के रूप में तीसरे स्पिनर का उपयोग किया और उन्होंने चार ओवर में 15 रन के एवज में एक विकेट लेकर अपने कप्तान को निराश नहीं किया। वह दोनों मुख्य स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन (32 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (26 रन देकर एक विकेट) से अधिक सफल रहे। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (15 रन देकर एक विकेट) ने अपनी यार्कर का बेजोड़ नमूना पेश किया जबकि आशीष नेहरा (3 ओवर में 21 रन देकर 1 विकेट) फिर से टीम को शुरू में सफलता दिलाने में कामयाब रहे। मैच की शुरूआत नाटकीय अंदाज में हुई। न्यूजीलैंड ने टिम साउथी और ट्रेंट बोल्ट जैसे धाकड़ तेज गेंदबाजों को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करके सबको चौंकाया। वह तीन स्पिनरों के साथ उतरा है। अश्विन का पारी का पहला ओवर घटनाप्रधान रहा। मार्टिन गुप्टिल (6) ने उनकी पहली गेंद छक्के के लिये भेजी लेकिन अगली गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में वह पगबाधा आउट हो गये। गुप्टिल का स्थान लेने के लिये उतरे कोलिन मुनरो (7) ने भी अश्विन के इस ओवर में प्वाइंट के उपर से छक्का लगाया। यह पहला अवसर है जबकि भारत के पहले ओवर में दो छक्के लगे। आशीष नेहरा ने हालांकि अगले ओवर में मुनरो के तेवर ठंडे कर दिये। उन्होंने गलत टाइमिंग से शाट लगाया और हार्दिक पंडया ने मिड आफ पर आसान कैच लपक दिया। दो बिग हिटर के पवेलियन लौट जाने के बाद न्यूजीलैंड की रणनीति एकदम से गड़बड़ा गयी और उसके बल्लेबाजों को विकेट बचाने पर ध्यान देना पड़ा। पहले छह ओवर के बाद स्कोर दो विकेट पर 33 रन था जो इसके तुरंत बाद तीन विकेट पर 35 रन हो गया। पिच शुरू में ही धीमी हो गयी थी। ऐसे में धौनी ने रैना को गेंद सौंपी और फिर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (16 गेंदों पर 8 रन) को स्टंप आउट करके उन्हें आगे बढ़कर खेलने की सजा दी। न्यूजीलैंड पहले दस ओवर में केवल 55 रन बना पाया जो पिछले टी20 विश्व कप के बाद उसका किसी टी20 मैच में शुरूआती दस ओवरों में सबसे कम स्कोर है। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज समझ गये थे कि इस पर पिच पर बड़ा स्कोर बनाना आसान नहीं है। उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया लेकिन रैना ने अपने फालोथ्रू में फुर्ती दिखाकर सटीक थ्रो पर रोस टेलर (14 गेंदों पर 10 रन) को रन आउट कर दिया जिससे न्यूजीलैंड की इस रणनीति को भी झटका पहुंचा। एंडरसन ने दूसरे ओवर में क्रीज पर उतरकर एक छोर संभाले रखा था। उन्होंने स्पिनरों का डटकर सामना किया लेकिन आईपीएल टीम मुंबई इंडियन्स के अपने साथी जसप्रीत बुमराह के यार्कर का उनके पास कोई जवाब नहीं था। बुमराह ने एक के बाद एक तीन यार्कर एंडरसन के लिये फेंकी और इनमें से तीसरी यार्कर पर वह कीवी आलराउंडर को बोल्ड करने में सफल रहे। माइकल सैंटनर (18) ने जडेजा की गेंद हवा में लहरायी जबकि ग्रांट इलियट (12 गेंद पर नौ रन) रन आउट हुए लेकिन रोंची ने नेहरा के आखिरी ओवर में एक चौका और एक छक्के की मदद से 15 रन बटोरकर न्यूजीलैंड को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। कभी टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग इस मैच में हिंदी में कमेंट्री कर रहे हैं। जैसे ही कमेंट्री बॉक्स में सहवाग पहुंचे वहां पहले से मौजूद कमेंटेटरों ने उनका ताली बजाकर स्वागत किया। भारत, न्यूजीलैंड के खिलाडि़यों ने मार्टिन क्रो को याद किया भारत और न्यूजीलैंड के खिलाडि़यों ने आज यहां अपने जमाने के दिग्गज क्रिकेटर मार्टिन क्रो को श्रद्वांजलि अर्पित की जिनका इस महीने के शुरू में निधन हो गया था। न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ने उनके सम्मान में अपनी बांह पर काली पटि्टयां बांधी। क्रो की क्रिकेट उपलब्धियों को लेकर एक आडियो विजुअल भी दिखाया गया जिसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया। मार्टिन गुप्टिल को क्रो का काफी करीबी माना जाता था और वह भावुक दिख रहे थे। याद दिला दें कि भारतीय खिलाडि़यों ने इस महीने के शुरू में जिस दिन क्रो का निधन हुआ था तब एशिया कप मैच में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ काली पट्टी बांधी थी।