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नई दिल्ली: मीडिया ग्रुप दैनिक भास्‍कर के देशभर के कई ऑफिसों में गुरुवार सुबह इनकम टैक्‍स के छापे मारे गए। सूत्रों ने बताया कि भास्‍कर ग्रुप पर कर चोरी का आरोप है। एक न्‍यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि अधिकारियों ने दैनिक भास्‍कर के दिल्‍ली, मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान, गुजरात और महाराष्‍ट्र के ऑफिस परिसरों की तलाशी ली। ग्रुप के प्रमोटर्स के घरों और ऑफिसों पर भी छापेमारी की गई। दैनिक भास्‍कर के वरिष्‍ठ संपादक ने मीडिया को बताया कि भास्‍कर ग्रुप के जयपुर, अहमदाबाद, भोपाल और इंदौर ऑफिसों पर छापे जारी हैं।

सूत्रों के अनुसार, यूपी के एक टीवी चैनल, भारत समाचार के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। आयकर अधिकारियों की टीम ने इसके लखनऊ स्थित ऑफिस और संपादक के घर की तलाशी ली। सूत्रों ने दावा कि चैनल की ओर से टैक्‍स चोरी के पुख्‍ता सबूत के आधार पर यह छापे मारे गए। भारत समाचार की हालिया रिपोर्टिंग में यूपी सरकार की आलोचना की गई थी।

नई दिल्ली: अरबपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने जस्ट डायल लिमिटेड के अधिग्रहण की घोषणा की है। कंपनी जस्ट डायल में 40.95 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 3,497 करोड़ रुपये निवेश करेगी। वीएसएस मणि जस्ट डायल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी को तौर पर अपनी कामकाज जारी रखेंगे।

आरआरवीएल की ओर से निवेश की गई पूंजी जस्ट डायल के विकास और विस्तार में काम आएगी। जस्ट डायल अपनी लोकल व्यवसायों की सूची को और पुख्ता करेगी। जस्ट डायल अपने प्लेटफॉर्म पर लाखों उत्पादों और सेवाओं के विस्तार पर काम करेगी जिससे लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा। यह निवेश जस्ट डायल के मौजूदा डेटाबेस को भी मदद पहुंचाएगा। 31 मार्च 2021 तक जस्ट डायल के डेटाबेस में 30.4 मिलियन लिस्टिंग थी और तिमाही के दौरान 129.1 मिलियन यूनिक यूजर्स जस्ट डायल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे थे।

नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने जीएसटी मुआवजे के बदले बैक-टू-बैक ऋण सुविधा के तहत विधानमंडल वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आज 75,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह रिलीज सामान्य जीएसटी मुआवजे के अतिरिक्त है जो वास्तविक उपकर संग्रह से हर दो महीने में जारी किया जाता है।

 

नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिये भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर की घोषणा कर दी है। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ईपीएफओ पिछले साल की तरह इस बार भी 8.50 फीसद ब्याज देगा। गौरतलब है कि आज 4 मार्च को ईपीएफ केंद्रीय बोर्ड के ट्रस्टियों की बैठक श्रीनगर में आयोजित की गई। इस बैठक में 2020-21 के लिये ब्याज दर की घोषणा करने के प्रस्ताव पर फैसला लिया  गया। 

इससे पहले पिछले साल मार्च में ईपीएफओ ने ब्याज दर घटाते हुए 8.5 फीसद कर दी थी। यह सात साल की सबसे कम ब्याज दर है। बोर्ड ने पहले कहा था कि वह 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए अपने ग्राहकों के लिए दो किश्तों में 8.5% ब्याज का भुगतान करेगा। इसमें एक हिस्सा 8.15% फीसदी का और दूसरा 0.35% का रहा। पहले इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि ईपीएफओ इस वित्त वर्ष (2020-21) के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर घटा सकता है, जो 2019-20 के लिये 8.5 फीसद  थी।

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