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मुंबई (जनादेश ब्यूरो): कोविड-19 संक्रमण घटने, अर्थव्यवस्था में सुधार और खपत बढ़ने के बाद माल ढुलाई का कारोबार भी तेजी पकड़ने लगा है। अक्तूबर तिमाही में ट्रांसपोर्टर्स ने भी अधिकतर रूट पर माल भाड़े में इजाफा किया। बावजूद इसके डीजल की महंगाई ने उनकी कमाई पर ब्रेक लगा दिया। घरेलू रेंटिंग एजेंसी क्रिसिल ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दावा किया कि मालभाड़ा बढ़ाने के बावजूद ट्रांसपोर्टर्स का मुनाफा कम हुआ है। 

32 प्रमुख रूटों पर क्रिसिल ने एक साल सर्वे के बाद बनाई रिपोर्ट

क्रिसिल के अनुसार, अक्तूबर 2020 के बाद से हर दो महीने पर देशभर के प्रमुख 32 माल ढुलाई रूट पर भाड़े का अध्ययन किया। इसमें पता चला कि पिछले साल के लॉकडाउन को छोड़ दिया जाए तो हर तिमाही क्रमिक रूप से मालभाड़े में वृद्धि हुई है। इतना ही नहीं अध्ययन से यह भी पता चलता है कि डीजल के दाम में हुए इजाफे के मुकाबले मालभाड़ा ज्यादा बढ़ाया गया।

नई दिल्ली: दिवाली से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। केंद्र के इस निर्णय के बाद राज्य सरकारों ने भी ईंधन पर वैट कम करके दोहरा अपने नागरिकों को राहत दी है। राज्यों के वैट कम करने के चलते अब देश के 17 राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम 100 रुपये से नीचे आ गए है। 

बता दें कि ये कटौती तब आई है, जब दुनिया भर में कच्चे तेल के दाम लगातार बढ़े हैं और भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम अपने रिकॉर्ड हाई पर चल रहे थे। आगे भी यह सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। पिछले महीने अक्टूबर में तो लगभग 24-25 दिन तेल के दाम बढ़ाए गए थे। कुछ जिलों में पेट्रोल के दाम 121 रुपये से भी ऊपर चले गए थे। ऐसे में इस कटौती के बावजूद भी पेट्रोल के दाम अधिकतर राज्यों में 100 के आंकड़ों के ऊपर ही रहेंगे, लेकिन जैसा कि साफ है कि ये अब तक की सबसे बड़ी एक्साइज ड्यूटी कटौती है। माना जा रहा है कि सरकार को इससे 1.4 लाख करोड़ का नुकसान होगा।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने दीपावली के एक दिन पहले आम आदमी को बड़ी राहत दी है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये कम कर दी है। ये दरें गुरुवार को दीपावली के दिन से लागू हो जाएंगी। गौरतलब है कि दिल्ली में ही पेट्रोल की कीमतें 110 रुपये के करीब पहुंच गई हैं। जबकि डीजल भी 99 रुपये प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल-डीजल के कारण खाने पीने की सभी वस्तुएं महंगी हो गई हैं। सरकार ने पेट्रोल औऱ डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में ये कटौती दीपावली के एक दिन पहले की है। इससे कल सुबह से पेट्रोल 5 रुपये औऱ डीजल 10 रुपये सस्ता हो जाएगा। इसे किसानों के लिए भी बड़ी राहत माना जा रहा है, क्योंकि आने वाली रबी फसल के लिए उन्हें कम दामों पर डीजल मिल सकेगा। केंद्र सरकार ने राज्यों से भी पेट्रोल औऱ डीजल पर वैट घटाने को कहा है, ताकि आम आदमी को औऱ ज्यादा राहत दी जा सके।

आर्थिक विश्लेषकों का कहना है कि पेट्रोल औऱ डीजल के रिकॉर्ड दामों का अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना स्वाभाविक था। त्योहारों के पहले खाने-पीने, सब्जियां बहुत महंगी हो गई हैं।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज पांचवें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है। आज डीजल के दाम 34 से 39 पैसे तो वहीं पेट्रोल के दामों में 31 से 35 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। कई राज्यों में इसके दाम 100 रुपये से ऊपर पहुंच चुके हैं। देश में रोजाना बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम आम आदमी की आमदनी पर असर डाल रहे हैं। 

दिल्ली में पेट्रोल का दाम 109.69 रुपये जबकि डीजल का दाम 98.42 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 115.50 रुपये व डीजल की कीमत 106.62 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 110.15 रुपये जबकि डीजल का दाम 101.56 रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 106.35 रुपये लीटर है तो डीजल 102.59 रुपये लीटर है।

छह माह में सरकार ने कमाए 43 हजार करोड़ रुपये
सरकार को पेट्रोलियम पदार्थों पर उत्पाद शुल्क के रूप में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 43,000 करोड़ रुपये ज्यादा कमाई हुई है।

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