मुंबई: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि देश के बाज़ार 'अच्छी तरह विनियमित' हैं और उन्हें उद्योगपति गौतम अडाणी के व्यापारिक साम्राज्य के विवाद से निवेशकों के विश्वास को प्रभावित होने की उम्मीद नहीं थी। अडाणी समूह का बाज़ार मूल्यांकन 120 अरब अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा गिर चुका है, जो समूह के कुल मूल्य का लगभग आधा है। समूह के शेयरों में गिरावट उस वक्त शुरू हुई थी, जब अमरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट में समूह पर कई आरोप लगाए थे। इसमें अडानी समूह पर अकाउंट में धोखाधड़ी और कृत्रिम रूप से शेयरों की कीमतों को बढ़ाने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में इसे स्टॉक में हेरफेर, अकाउंट में धोखाधड़ी और कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया गया है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रॉडकास्टर न्यूज़18 से कहा, भारत "अच्छी तरह शासित" देश और "बेहद अच्छी तरह विनियमित बाजार" बना रहा है और मेरे विचार में एक घटना, जिसकी वैश्विक रूप से चर्चा हो रही है, इस बात का संकेतक नहीं होगी कि भारतीय वित्तीय बाज़ार को कितनी अच्छी तरह शासित किया गया है।"
वित्त मंत्री ने कहा कि पब्लिक सेक्टर के वित्तीय संस्थानों ने विस्तृत बयान जारी करके दर्शाया है कि उनका अडानी ग्रुप में सीमित जोखिम था और शेयर क्रैश से वे ज्यादा प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि निवेशकों का जो विश्वास पहले था, वह अभी बना रहेगा।"