नई दिल्ली: अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड के 20 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ वापस लेने के बाद अडाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए, मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे।
गौतम अडाणी ने अपने वीडियो बयान में कहा, "पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए एफपीओ के बाद इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा। लेकिन बाजार में आज के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।"
अडाणी समूह के अध्यक्ष ने कहा, "बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी और बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे। हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है और हर बिजनेस जिम्मेदार तरीके से वैल्यू क्रिएट करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि हमारे गवर्नेंस सिद्धांतों का सबसे मजबूत सत्यापन, हमारी कई अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों से आता है।"
उन्होंने कहा, "एक उद्यमी के रूप में 4 दशकों से अधिक के मेरे सफर में मुझे सभी हितधारकों, विशेष रूप से निवेशक समुदाय से भारी समर्थन हासिल करने का सौभाग्य मिला है। मेरे लिए यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि मैंने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है वह विश्वास और भरोसे के कारण है। मैं अपनी सारी सफलता का श्रेय उन्हीं को देता हूं। मेरे लिए, मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है और सब कुछ दोयम है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ को वापस ले लिया है।"
इससे पहले कंपनी ने एक बयान में जानकारी दी थी कि "बाजार में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए उसने फॉलोआन पब्लिक ऑफर (एफपीओ)इवापस ले लिया है और वह निवेशकों के पैसे वापस लौटाएगी।"