नई दिल्ली: कोरोना वायरस और यस बैंक पर प्रतिबंध के दबाव को झेल रहे शेयर बाजार में सऊदी अरब के तेल की कीमतों में कटौती की घोषणा से सुनामी आ गई। इससे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 1,941.67 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 538 अंक लुढ़क गया। घरेलू शेयर बाजार में अंक के हिसाब में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट से निवेशकों को 7 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। एक फरवरी को आम बजट के बाद से सेंसेक्स कुल मिला कर 5,088.54 यानी 12.49 प्रतिशत और निफ्टी 1,510.65 अंक यानी 12.62 प्रतिशत नीचे आ चुका है। पिछले साल सेंसेक्स कुल मिलाकर करीब 14 प्रतिशत और निफ्टी 12 प्रतिशत मजबूत हुआ था।
दिन में कारोबार के दौरान दोनों सूचंकाकों सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश: 2,467 अंक और 695 अंक नीचे आ गए थे। तीस शेयरों वाला बीएसई 30 सेंसेक्स अंत में पिछले बंद से 1,941.67 अंक यानी 5.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 35,634.95 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 538 अंक यानी 4.90 प्रतिशत की गिर कर 10,451.45 अंक रह गया।
शेयरों के दाम घटने से निवेशकों की बाजार हैसियत 6,84,277.65 करोड़ रुपये नीचे आ गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की शेयर भाव के हिसाब से कुल कीमत 1,37,46,946.76 करोड़ रुपये रह गई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था। सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी का शेयर सर्वाधिक 16 प्रतिशत से अधिक टूटा। रिलांयस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, टीसीएस, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक तथा बजाज ऑटो को भी बड़ा घाटा हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। इस वजह से टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) सोमवार को बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज को पछाड़कर देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई।
यस बैंक के अधिग्रहण के बारे में एसबीआई के बयान से देश के सबसे बड़े बैंक का शेयर 6 प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया। स्टेट बैंक ने कहा है कि वह 2,450 करेाड़ रुपये में यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा। हालांकि, एसबीआई की इस घोषणा से यस बैंक 31 प्रतिशत लाभ में रहा।
10 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार चुकी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 805118.67 करोड़ रुपये रहा था, जो सोमवार को हुई भारी बिकवाली के कारण 99467.11 करोड़ रुपये घटकर 705655.56 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 156.90 रुपये यानी 12.35 प्रतिशत फिसलकर 1113.15 रुपये पर आ गया। टीसीएस का शेयर 145.70 रुपये यामी 6.88 प्रतिशत टूटकर 1972.20 रुपये पर बंद हुआ। उसका बाजार पूंजीकरण 54672.25 करोड़ रुपये गिरकर 740045.31 करोड़ रुपये पर आ गया और यह बाजार पूंजीकरण में रिलायंस इंडस्ट्रीज को पछाड़ कर अव्वल कंपनी बन गई।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के अध्यक्ष (इक्विटी रिसर्च) पारस बोथरा ने कहा, ''अंकों के हिसाब से किसी एक दिन में घरेलू बाजार में सबसे बड़ी गिरावट रही। कोरोना वायरस फैलने तथा तेल के दाम में गिरावट के बाद निवेशकों का हौसला गिरा तथा देश विदेश के शेयर बाजारों में चौतरफा बिकवाली हुई।" उन्होंने कहा कि यह देश के शेयर बाजारों में प्रतिशत के हिसाब से करीब पांच साल की सबसे बड़ी गिरावट है।
वैश्विक स्तर पर कमजोर धारणा के बीच कच्चा तेल 30 प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया। सऊदी अरब के तेल के मूल्य में कटौती तथा उत्पादन बढ़ाने के निर्णय के बाद तेल के दाम नीचे आये। तेल निर्यातक देशों के संगठन तथा सहयोगी देशों के बीच बाजार को थामने के लिये बातचीत विफल होने के बाद सऊदी अरब ने यह कदम उठाया।
कारोबारियों के अनुसार कोरोना वायरस के तेजी से फैलने तथा तेल के दाम में तेज गिरावट के साथ वैश्विक बाजारों में नरमी के बीच घरेलू बाजार में गिरावट दर्ज की गई। वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में हांग कांग, सोल तथा तोक्यो 5 प्रतिशत तक टूटे। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में 6 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे टूटकर 74.14 पर बंद हुआ। शेयर बाजार मंगलवार को होली के मौके पर बंद रहेगा।