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नई दिल्ली: यस बैंक और कोरोना वायरस के प्रभाव से देश के शेयर बाजार उबर नहीं पा रहा हैं। वर्तमान कारोबारी सप्ताह के पहले दिन चौतरफा बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 2300 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ औंधे मुँह नीचे आ गया। सोमवार को सत्र की शुरुआत के बाद सुबह 11 बजे तक सेंसेक्स 1650.72 अंक या 4.39 प्रतिशत घटकर 35925.90 अंक पर आ गया। वहीं निफ्टी 459 अंक या 4.18 प्रतिशत घटकर 10530 अंक पर आ गया। आज सुबह शुक्रवार के बंद 37576.62 की तुलना में 626.42 अंक घटकर 37 हजार से नीचे 36950.20 अंक पर खुला।

कारोबार के शुरू से ही चौतरफा बिकवाली का दबाव रहने से करीब 1200 अंक नीचे 36388.28 अंक पर आ गया। इसके बाद मामूली सुधार से 36427.44 अंक हो गया। यह स्तर शुक्रवार के बंद की तुलना में करीब 1150 अंक नीचे है। निफ्टी भी कारोबार के प्रारंभ से ही बिकवाली के दबाव में रहा और 332 अंक नीचे 10657.95 अंक पर आ गया। निफ्टी के 50 शेयरों में से 46 लाल और चार हरे निशान में थे। पिछले कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल रही थी और शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर बीएसई का सेंसेक्स 893.99 अंक और निफ्टी भी 289.45 अंक लुढ़क कर क्रमश: 37,576.62 और 10,979.55 अंक पर बंद हुआ।

कारोबारियों ने बताया कि तेल कीमतों में भारी गिरावट और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के माहौल के देखते हुए घरेलू बाजार में निवेशक सतर्क रूख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडों के बाहर जाने से बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा. कारोबारियों ने बताया कि यस बैंक के संकट के मद्देनजर देश के बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं। शंघाई शेयर बाजार में 2.41 प्रतिशत, हांगकांग में 3.53 प्रतिशत, सियोल में 3.89 प्रतिशत और टोक्यो में 5.65 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

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