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वाशिंगटन: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत की रूस से एक महीने में तेल की कुल खरीद संभवत: यूरोप की एक दोपहर में हुई खरीद की तुलना में कम है। 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के समापन के बाद जयशंकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अपने अमेरिकी समकक्षों विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित कर रहे थे।

एस जयशंकर ने रूस से भारत की तेल खरीद के बारे में पूछे जाने पर एक संवाददाता से कहा, "मैंने देखा है कि आप तेल खरीद का उल्लेख कर रहे हैं। यदि आप रूस से ऊर्जा खरीद देख रहे हैं, तो मैं सुझाव दूंगा कि आपका ध्यान यूरोप पर भी केंद्रित होना चाहिए। हम कुछ ऊर्जा खरीदते हैं, जो हमारी ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है, लेकिन मुझे आंकड़ों पर संदेह है, शायद एक महीने में हमारी कुल खरीद यूरोप की एक दोपहर में हुई खरीद की तुलना में कम होगी।"

जयशंकर ने कहा कि भारत ने (रूस-यूक्रेन युद्ध पर) कई बयान दिए हैं जो संयुक्त राष्ट्र, भारतीय संसद और अन्य मंचों में अपनी स्थिति को रेखांकित करता है।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शहबाज़ शरीफ ने पहले ही भाषण में कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि घाटी में लोगों का ‘खून बह' रहा है और पाकिस्तान उन्हें ‘कूटनीतिक और नैतिक समर्थन' देने के साथ-साथ हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह मुद्दा उठाएगा। इमरान खान का स्थान लेने वाले 70 वर्षीय नेता ने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना इसे हासिल नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पड़ोस पसंद की बात नहीं होती है, यह ऐसी चीज है जिसके साथ “हमें रहना है” और बदकिस्मती से भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते शुरू से ही अच्छे नहीं रहे। उन्होंने अगस्त 2019 में भारत की ओर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर ‘‘गंभीर और कूटनीतिक कोशिश'' नहीं करने के लिए खान पर निशाना साधा।

पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ ने कहा, “अगस्त 2019 में जब जबरदस्ती अतिक्रमण किया गया और अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया, तो हमने क्या गंभीर कोशिश की।

वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि कि यूएस भारत में मानवाधिकारों के हनन में वृद्धि की निगरानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम नियमित तौर पर अपने सहयोगी भारत से मानवाधिकार के मूल्यों को साझा करते रहते हैं। हम भारत में हालिया घटनाओं की निगरानी कर रहे हैं, जिनमें सरकार, पुलिस और जेल अधिकारियों द्वारा मानवाधिकारों के हनन में वृद्धि शामिल है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, ब्लिंकन ने सोमवार को अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन, भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में उक्त बात कहीं। हालांकि, इस मुद्दे पर ब्लिंकन ने विस्तार से अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी। ब्रीफिंग में ब्लिंकन के बाद राजनाथ सिंह और जयशंकर ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की।

बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री की यह टिप्पणी अमेरिकी प्रतिनिधि इल्हान उमर के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने सवाल किया था कि बाइडन प्रशासन मानवाधिकारों के मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना करने से इतना परहेज क्यों करता रहा है।

नई दिल्‍ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति सोमवार को वर्चुअल मीटिंग में एक-दूसरे से रूबरू हुए। इस दौरान यूक्रेन संकट के अलावा दक्षिण एशिया का विकास, इंडो-पैसेफिक की हालात और द्विपक्षीय सहयोग चर्चा का अहम मुद्दा रहे। अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडेन से चर्चा के दौरान पीएएम मोदी ने कहा, "हमारी संसद में यूक्रेन के विषय पर विस्तार से चर्चा हुई है। हाल में यूक्रेन के बुचा शहर में आम नागरिकों की हत्‍या की खबर चिंताजनक है। हमने इसकी निंदा की है और मामले की निष्‍पक्ष जांच की मांग उठाई है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हम उम्‍मीद करते हैं कि बातचीत से समस्‍या का हल निकलेगा। हमने दवाएं व अन्‍य सामग्री यूक्रेन को भेजी है।"

बाइडेन से मुखातिब होते हुए पीएम ने कहा कि आपने कहा है कि लोकतंत्र के जरिये सार्थक परिणाम निकल सकते हैं। उम्‍मीद है कि यूक्रेन संकट जल्‍द ही खत्‍म होगा। पीएम ने कहा, 'पिछले साल सितम्बर में जब मैं वॉशिंगटन गया था, तब आपने (बाइडेन ने) कहा था कि भारत-अमेरिका की साझेदारी बहुत सी वैश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान दे सकती है। मैं आपकी बात से पूर्णतया सहमत हूं।

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