इस्लामाबाद: पाकिस्तान में शनिवार देर रात लंबे सियासी उठापटक के बाद इमरान सरकार गिरा दी गई। इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया है। अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद इमरान खान ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई फिर से शुरू।
इमरान खान ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'साल 1947 में पाकिस्तान को आजादी मिल गई थी, लेकिन सत्ता बदलने की एक बाहरी साजिश के खिलाफ आज स्वतंत्रता के लिए एक नए लड़ाई की शुरुआत है। यह हमेशा एक देश के लोग होते हैं जो अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की रक्षा करते हैं।'
वहीं, सियासी पिच पर इमरान ख़ान के बोल्ड होने के बाद अब नई सरकार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। संयुक्त विपक्ष ने शहबाज़ शरीफ़ को अपना पीएम पद का उम्मीदवार बनाया है। सोमवार को साढ़े ग्यारह बजे नेशनल असेंबली का सत्र बुलाया जाएगा, जिसमें नए प्रधानमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी।
इधर, आज ही इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई के कोर कमेटी की बैठक होनी है। इमरान सरकार के गिरने और नई सरकार के गठन से पहले पाकिस्तान में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिना एनओसी के किसी राजनेता या सरकारी अधिकारी के देश छोड़ने पर रोक लगी दी गई है।
शनिवार देर रात लंबे सियासी उठापटक के बाद पाकिस्तान की इमरान सरकार गिर गई. पाकिस्तान के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े. जबकि विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा. इमरान पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के ज़रिए हटाया गया है. हालांकि, आज तक पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है।