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कीव: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी जिल बाइडन रविवार को अचानक पश्चिमी यूक्रेन पहुंचीं। यहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्की से मुलाकात की। जिल ने ओलेना से कहा कि मैं मदर्स डे पर यहां आना चाहती थी। मुझे लगा कि यूक्रेन के लोगों को यह दिखाना चाहिए कि अमेरिका के लोग उनके साथ खड़े हैं। दोनों की मुलाकात यूक्रेन सीमा से लगे स्लोवाकिया के गांव में स्थित एक स्कूल में हुई। दोनों ने एक छोटी सी कक्षा में बैठकर एक दूसरे से बात की। जिल दो घंटे तक यूक्रेन में रहीं।

ओलेना ने इस साहसिक कदम के लिए जिल का आभार व्यक्त किया और कहा कि हम समझ सकते हैं कि युद्ध के दौरान अमेरिका की प्रथम महिला के यहां आने का क्या महत्व है। वह ऐसे समय में यहां आई हैं, जब रोजाना सैन्य हमले हो रहे हैं। इससे पहले मार्च में पोलैंड की यात्रा के दौरान जो बाइडन ने कहा था कि वह इस बात को लेकर निराश हैं कि वह अपनी आंखों से हालात देखने के लिये यूक्रेन नहीं जा सकते क्योंकि सुरक्षा कारणों के चलते उन्हें इसकी इजाजत नहीं है।

पेरिस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान फ्रांस ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भी भारत को शामिल करने को लेकर अपना समर्थन दोहराया। एनएसजी में शामिल होने से भारत की परमाणु शक्ति तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही भारत और फ्रांस जी20 के मसौदे के तहत मजबूत सहयोग बनाए रखने पर सहमत हुए हैं। भारत ने कहा है कि वह एनएसजी में शामिल होने के अपने प्रयासों को किसी निर्णय तक पहुंचाने के लिए सदस्य देशों के साथ बातचीत कर रहा है।

एनएसजी में 48 देश हैं जो परमाणु प्रौद्योगिकी और आण्विक सामग्री के व्यापार एवं स्थानांतरण को नियंत्रित करने के साथ साथ परमाणु हथियारों के अप्रसार में भी सहयोग करते हैं। चीन एनएसजी में भारत के शामिल होने का विरोध करता है। उसका तर्क है कि भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। चीन के विरोध ने भारत के समूह में शामिल होने की राह को कठिन बना दिया है क्योंकि एनएसजी सहमति के सिद्धांत पर चलता है। इसके अलावा, फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार और उसमें भारत की स्थाई सदस्यता संबंधी प्रयास का समर्थन किया है।

मॉस्को: रूस ने बुधवार को कहा है कि उसकी सेनाओं ने परमाणु शक्ति से संपन्न मिसाइलों को चलाने का अभ्यास किया है। यूक्रेन में जारी रूसी सेना के हमलों के बीच कैनिनग्रेड में यह अभ्यास किया गया। यह घोषणा पश्चिमी देशों के समर्थक देश यूक्रेन पर रूस के हमले के 70वें दिन की गई है। जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं और 13 मिलियन से अधिक विस्थापित हो गए हैं। यह यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन गया है।

फरवरी के आखिर में यूक्रेन में सेना भेजने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने रूस के परमाणु हथियारों को तैनात किए जाने का संकेत देना शुरू कर दिया था।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बाल्टिक सागर में यूरोपिय संघ के सदस्य देशों पोलैंड और लिथुआनिया के बीच स्थित जगह पर बुधावार को हुए अभ्यास में रूस ने परमाणु क्षमता वाली इस्कंदर मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम का सिमुलेटिड अभ्यास किया। रूसी सेनाओं ने एकल और कई निशानों पर परमाणु हथियार दागे जाने का अभ्यास किया।

पेरिस: यूक्रेन में रूस की सेना लगातार हमले कर रही है। इस हमले में रूस के शहरों को भीषण नुकसान पहुंचा है। कई देश रूस पर युद्ध विराम का दबाव भी बना रहे हैं। इस बीच, भारत और फ्रांस ने बुधवार को यूक्रेन में "शत्रुता की तत्काल समाप्ति" का आह्वान किया है। पेरिस में पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक संयुक्त बयान में यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर चिंता जताई है। फ्रांस और भारत दोनों देशों ने मानवीय संकट और यूक्रेन में जारी संघर्ष पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात की और द्विपक्षीय और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया।

उल्लेखनीय है कि मोदी तीन यूरोपीय देशों की यात्रा के आखिरी पड़ाव पर डेनमार्ग से पेरिस आए हैं। वह मैक्रों से गहन वार्ता करेंगे जो एक सप्ताह पहले ही दोबारा इस पद पर निर्वाचित हुए हैं।

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