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इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कश्मीर में मारे गए हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी और दूसरे आतंकवादियों को ‘आजादी के लिए लड़ने वाला’ करार दिया और भारतीय सुरक्षा बलों पर कश्मीर में ‘राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद’ को अंजाम देने का आरोप लगाया। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा, ‘भारतीय सुरक्षा बल कश्मीर में राष्ट्र प्रायोजित आतंकवाद में शामिल हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका संज्ञान लेना चाहिए।’ एक सवाल के जवाब में जकारिया ने बुरहान वानी और दूसरे आतंकवादियो को ‘आजादी के लिए लड़ने वाला’ करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ओआईसी, पी-5 और यूरोपीय संघ सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से कथित तौर पर अत्याचार किए जाने और मानवाधिकार के उल्लंघन के बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के राजदूतों को मेजबान देशों और मानवाधिकार संगठनों को हालात से अवगत कराने को कहा गया है। प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर पर अपने प्रस्तावों को लागू कराना चाहिए क्योंकि कश्मीर सहित अंतरराष्ट्रीय विवादों का समाधान करना उसकी जिम्मेदारी है। जकारिया ने कहा, ‘हम संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर का समाधान चाहते हैं। अगर आप :संरा: कश्मीर के समाधान में मदद करने के लिए दखल देना चाहते हैं तो यह आपका फर्ज है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का समाधन चाहता है क्योंकि युद्ध किसी मुद्दे का समाधान नहीं है।

पेरिस: फ्रांस के शहर नीस में फ्रेंच रिवेरा रिसॉर्ट के पास एक तेज रफ्तार ट्रक भीड़ में जा घुसा, जिसमें कम से कम 84 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि हताहत हुए लोग नेश्नल डे के मौके पर होने वाली आतिशबाजी देखकर लौट रहे थे। भारतीय दूतावास के मुताबिक, इस हमले में कोई भारतीय हताहत नहीं हुआ है। सुरक्षा बलों ने ट्रक ड्राइवर को मार गिराया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ट्रक से भारी मात्रा में बंदूकें और दूसरे हथियार बरामद हुए हैं। वहीं ट्रक में फ्रेंच- ट्यूनीसियाई पहचान पत्र मिला है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने इस हमले को आतंकी वारदात करार देते हुए कहा कि इस हमले पर आतंकवाद की स्पष्ट छाप दिखती है। उन्होंने इसके साथ ही उन्होंने देश में लागू आपातकाल को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया है। राष्ट्रपति ओलांद इस हमले के बाद दक्षिणी शहर एविगनन से वापस पेरिस लौटे हैं। वहीं गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमलावर ट्रक ड्राइवर ने किस मकसद से यह हमला किया, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन किसी तरह के बंधक संकट जैसी स्थिति नहीं है। फिलहाल इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। इस बीच आतंक निरोधी एजेंसी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कुछ रिपोर्ट्स में चश्मदीदों द्वारा गोलीबारी की आवाज सुने जाने की भी बात कही गई, लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टी नहीं की है। घटना के चश्मदीद एएफपी रिपोर्टर ने बताया कि उन्होंने समुद्र किनारे की सड़क पर सफेद रंग के एक ट्रक को तेज रफ्तार से भीड़ में घुसते देखा।

वाशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले समूहों समेत सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कदम उठाने चाहिए और आतंकवादियों के सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए। अमेरिका ने हालांकि यह भी कहा कि पाकिस्तान की स्थिरता को खतरा पैदा करने वाले संगठनों से निपटने के लिए इस्लामाबाद ने ‘अर्थपूर्ण कदम’ उठाए हैं। विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट रहे हैं कि पाकिस्तान को उसके पड़ोसी देशों को निशाना बनाने वाले सभी आतंकवादी समूहों को निशाना बनाना चाहिए और उनके सभी सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करना चाहिए।’ टोनर ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के छह जून के उस बयान की सराहना करता है जब उन्होंने पाकिस्तानी सैन्य कमांडरों, खुफिया एजेंसियों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे कि आतंकवादी समूहों को सुरक्षित ठिकाने न मिल पाए या वे अफगानिस्तान में आतंकवादी हमले करने के लिए पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल नहीं करें। उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए पाकिस्तान को अगला क्या कदम उठाने की आवश्यकता है, हम इस बारे में हमारी कुछ चिंताओं से निपटने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’

वाशिंगटन: अमेरिकी सांसदों ने कहा कि प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन समूह के एक कश्मीरी आतंकवादी की हत्या की पाकिस्तान द्वारा निंदा किया जाना आतंकवादी संगठनों को उसके समर्थन का ‘निर्विवाद’ प्रमाण है। फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डिमोक्रेसीज के लॉन्ग वार जर्नल के वरिष्ठ संपादक बिल रोजियो ने कहा कि भारतीयों ने इसी सप्ताहांत एक कश्मीरी आतंकवादी को मारा जो हिजबुल मुजाहिदीन का सदस्य था। यह एक खूंखार आतंकवादी संगठन है। पाकिस्तान ने क्या इस आतंकवादी के मारे जाने की घटना का स्वागत किया? नहीं। रोजियो ने कांग्रेस की सुनवाई के दौरान मंगलवार को कहा कि दरअसल, उन्होंने इसकी निंदा की और उसे कश्मीरी अलगाववादी बताया। यह वह व्यक्ति था जो युद्ध के लिए ऑनलाइन भर्ती करता था और आतंकवादी हमले करने के लिए युवाओं में जहर घोल रहा था। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि (आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के समर्थन संबंधी) सबूत स्पष्ट हैं। रोजियो ने कहा कि यह केवल कश्मीर या पाकिस्तान का मामला नहीं है। पाकिस्तान सरकार से सहायता प्राप्त करने वाले कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के आधार अफगानिस्तान में है। उन्होंने कहा कि मैं समूहों की सूची बना सकता हूं। लश्कर-ए-तोएबा, हरकत उल मुजाहिदीन, जिनके बारे में विदेश मंत्रालय ने वर्ष 2014 में कहा था कि वे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं। ये समूह अमेरिकी जवानों पर हमला कर रहे हैं और उनकी हत्या कर रहे है।

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