जिनिवा: बलोचिस्तान के लोगों के साथ एकजुटता दिखाते हुए यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी। यूरोपीय संघ के वाइस-प्रेजिडेंट आर. जारनेकी ने कहा कि पाकिस्तान यदि बलोच लोगों पर ज्यादती पर रोक नहीं लगाता और उनके मानवाधिकारों का हनन जारी रखता है तो ईयू इस्लामाबाद पर आर्थिक एवं राजनीतिक प्रतिबंध लगा सकता है। जारनेकी ने एएनआई से कहा, 'मानवाधिकारों पर चर्चा के दौरान मैंने यूरोपीय संघ से कहा कि यदि कोई सहयोगी देश मानवाधिकारों एवं मानकों को स्वीकार नहीं करता तो ऐसी स्थिति में हमें प्रतिक्रिया देनी चाहिए और आर्थिक क्षेत्र से जुड़े और इस तरह के प्रतिबंध लगाने की मांग करनी चाहिए।' गौरतलब है कि यहां लोगों ने मौन धारण कर पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने बलोचिस्तान में अपना जीवन गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। लोगों से मिलने के बाद जारनेकी ने कहा, 'पाकिस्तान के साथ हमारे आर्थिक एवं राजनीतिक संबंध हैं। पाकिस्तान यदि बलोचिस्तान के प्रति अपनी नीति नहीं बदलता तो हम इस्लामाबाद और पाकिस्तान की सरकार के प्रति अपना नजरिया बदलेंगे।' वाइस-प्रेजिडेंट ने कहा कि इस्लामाबाद का रवैया दोहरा है, एक तरफ तो वह दुनिया के सामने अपना साफ चेहरा दिखाता है जबकि दूसरी ओर वह मानवाधिकारों के उल्लंघन में शामिल है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के सभी 28 सदस्यों को बलोच लोगों पर पाकिस्तान की क्रूरता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। जारनेकी ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार पर नियंत्रण वहां की सेना का है। उन्होंने कहा कि बलोचिस्तान के लोगों को यह समझना चाहिए कि ईयू उनके साथ है।
बलोचिस्तान में लोगों पर अत्याचार के लिए पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है यूरोपीय संघ
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