इस्लामाबाद: पाकिस्तान को शुक्रवार को बड़ी राहत मिली है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटा दिया है। शुक्रवार को इस बारे में बयान जारी किया गया। एफएटीएफ ने अपने बयान में धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत किया। बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने धन शोधन के खिलाफ प्रयासों को मजबूत किया है, वह आतंकवाद को मिल रहे वित्त पोषण से लड़ रहा है, तकनीकी खामियों को दूर किया गया है।
इसलिए लगा था पाक पर बैन
पाकिस्तान पर मनी लांड्रिंग और टेररिस्ट्स को फाइनेंशियल हेल्प पहुंचाने के आरोप लगे थे। इसके बाद साल 2008 में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। करीब चार साल के बाद अब एफएटीएफ ने पाकिस्तान को राहत दी है।
ग्रे लिस्ट में होने के चलते पाकिस्तान की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ी हुई थीं। वह न तो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से पैसे ले पा रहा था और न ही वर्ल्ड बैंक से।
सिर्फ इतना ही नहीं, एशियन डेवलपमेंट बैंक और यूरोपियन यूनियन से भी फाइनेंशियल हेल्प लेने में उसके सामने मुश्किल आ रही थी। ऐसे में एफएटीएफ द्वारा ग्रे लिस्ट से हटाने का फैसला उसके लिए काफी मुफीद साबित होगा।