वाशिंगटन: राष्ट्रपति पद का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने की प्रबल दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने प्राइमरी मुहिम के सबसे बड़े दिन सुपर ट्यूजडे चुनावों में जॉर्जिया और वर्जीनिया में जीत दर्ज कर ली जबकि अमेरिकी नेटवर्क रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के प्रबल दावेदार ट्रंप की जॉर्जिया, वर्जीनिया, अलबामा, मैसाचुसेट्स और टेनेसी में जीत सुनिश्चित होने का अनुमान लगा रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी के लिए हिलेरी के प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स ने अपने गृह राज्य वरमोंट में जीत दर्ज की हैं हिलेरी और ट्रंप कई प्राइमरी में जीत की ओर आगे बढ रहे हैं। सभी प्राइमरी के परिणाम घोषित हो जाने के बाद उनके प्रतिद्वंद्वी उनसे काफी पिछड़ सकते हैं और ये परिणाम हिलेरी एवं ट्रंप को नवंबर के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनने के करीब ला सकते हैं। नामांकन के लिए मंगलवार को अमेरिका के कुल 50 में से 12 राज्यों में चुनाव आयोजित किए गए।
ट्रंप ने पहले चार प्राइमरी चुनावों में से तीन में जीत दर्ज करके रिपब्लिकन राजनीतिक प्रतिष्ठान को स्तब्ध कर दिया है। ट्रंप ने आतंकवाद, आव्रजन और एक अनिश्चित अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित और वाशिंगटन पर गुस्साए मतदाताओं की घबराहट को पूरी तरह भुनाया है। चुनावों से पहले हिलेरी का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनना लगभग तय माना जा रहा था लेकिन उन्हें सैंडर्स से अप्रत्याशित रूप से कड़ी चुनौती मिली है। हिलेरी ने ट्रंप की ही तरह पहले चार प्राइमरी चुनावों में से तीन में जीत दर्ज की हैं। उम्मीदवार डेलीगेट को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं जो उनके लिए जुलाई में पार्टियों के सम्मेलन में मतदान करेंगे। रिपब्लिकन उम्मीदवारों के लिए 595 डेलीगेट्स दांव पर हैं जो कि उम्मीदवार बनने के लिए आवश्यक 1237 डेलीगेट्स की संख्या का आधे हैं। डेमोक्रेटिक ने 865 डेलीगेट्स आवंटित किए हैं जो कि पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए आवश्यक 2,383 डेलीगेट के समर्थन से एक तिहाई से अधिक हैं। मंगलवार के चुनाव ट्रंप के मुख्य प्रतिद्वंद्वियों टेक्सास के तेज तर्रार रूढिवादी सीनेटर टेड क्रूज और फ्लोरिडा के सीनेट मार्को रबियो के लिए बहुत अहम है। रबियो अधिकतर रिपब्लिकन नेताओं के पसंदीदा उम्मीदवार हैं। दोनों सीनेटरों ने ट्रंप पर हाल के दिनों में तीखे जबानी हमले किए हैं लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं को डर है कि ट्रंप के खिलाफ मुहिम बहुत देर से शुरू हुई। क्रूज मंगलवार को होने वाले चुनाव में दक्षिणी राज्यों में बड़ी संख्या में इंजीली ईसाई आबादी के मद्देनजर उन्हें अपनी दावेदारी पुख्ता करने के अवसर के तौर देख रहे थे लेकिन ट्रंप को इंजील ईसाई आबादी के बड़े हिस्से का समर्थन मिला। क्रूज की मुहिम का भविष्य अब उनके गृह राज्य टेक्सास में जीत पर टिका है।