वॉशिंगटन: अमेरिका ने कहा है कि वह इस बात से उत्साहित है कि पाकिस्तान सरकार ने पठानकोट आतंकी हमले की निंदा की है और उसकी जांच का वादा किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि जांच संपूर्ण और ज्यादा से ज्यादा पारदर्शी होगी। लेकिन यदि इस जांच की प्रगति या मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो इसके बारे में आपको पाकिस्तानी अधिकारियों से बात करनी होगी।’ पठानकोट आतंकी हमला: पाकिस्तान में धरपकड़ लेकिन भारत के सबूतों को नकारा, इंटरपोल की मदद लेगी मोदी सरकार उन्होंने कहा, ‘हम इस बात से उत्साहित हैं कि पाकिस्तानी सरकार ने हमले की निंदा की है और कहा है कि वे जांच करेंगे।’ प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि दोनों देश अपनी शांति वार्ताएं जारी रखें।
पिछले सप्ताह अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से सच का पता लगाने के लिए कहा था और साथ ही उन्होंने क्षेत्र में आतंकवाद की भारी चुनौती से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर भी जोर दिया था। किर्बी ने कहा, ‘उन्होंने (कैरी ने) निश्चित तौर पर भारत और पाकिस्तान को चर्चाएं जारी रखने और इन समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करने के लिए द्विपक्षीय रूप से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने अगले चरण की वार्ताओं के बारे में ज्यादा विस्तार या विशिष्ट रूप से बात की। लेकिन एक बात बिल्कुल साफ है कि हां, प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान यह चर्चा का विषय जरूर था।’ पठानकोट हमला: गुरदासपुर एसपी सलविंदर सिंह से फिर पूछताछ जारी, NIA करा सकती है पॉलिग्राफ टेस्ट किर्बी ने कहा, ‘इसके बाद उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद से जुड़ी चिंताओं पर मिलकर काम करने के तरीके खोजना और दोनों देशों के बीच के तनाव को कम करना अमेरिका के हित में है।’ उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद से निपटने में पेश आने वाली चुनौतियों पर द्विपक्षीय और बहुपक्षीय ढंग से काम करने के लिए विदेश मंत्रालय पूरी तरह केंद्रित और प्रतिबद्ध है।’ इसी बीच अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि पूर्व से इतर इस बार पाकिस्तान जांच को लेकर गंभीर है। पठानकोट आतंकी हमले पर पाकिस्तान ने भारत को सौंपी शुरुआती रिपोर्ट, सबूतों को नकारा विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम कूटनीतिक वार्ताओं के बारे में ज्यादा विस्तार से बात नहीं करते। उनका (कैरी का) मानना है कि पाकिस्तानी सरकार इस घटना विशेष को लेकर , इसकी जांच को लेकर गंभीर है। वह क्षेत्र में सहयोगियों के साथ मिलकर, विशेषकर अफगानिस्तान के साथ काम करने की कोशिश के प्रति गंभीर है।’ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से जब पूछा गया कि क्या विदेश मंत्री को लगता है कि पूर्व में ऐसे मुद्दों पर हीला हवाली करते आए पाकिस्तान के लहजे में बदलाव आया है, तो उन्होंने कहा, ‘मैं इसे लहजे का बदलाव नहीं कहूंगा। मुझे लगता है कि हम सभी जानते हैं कि और बहुत कुछ किया जा सकता है और इसमें पाकिस्तान द्वारा किए जा सकने वाला काम भी शामिल है। लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि हम इसपर काम ही नहीं करेंगे।’