सोल: उत्तर कोरिया ने कहा कि उसके परमाणु परीक्षण का उद्देश्य उकसाना या खतरा उत्पन्न करना नहीं है। साथ ही उसने एक ऐसी हथियार प्रणाली की अपनी योजना रखी जो पूरे अमेरिका को मिटा देने में सक्षम होगी। सरकारी संवाद समिति केसीएनए की एक लंबी टिप्पणी में उत्तर कोरिया के इस दावे को रेखांकित किया गया कि पिछले बुधवार को किया गया परीक्षण एक शक्तिशाली छोटे हाइड्रोजन बम का था जो कि देश की एक विश्वसनीय परमाणु प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने की तलाश में एक ‘नये उच्च चरण’ का प्रतीक है। विशेषज्ञों ने व्यापक रूप से इस दावे को खारिज किया है और कहा है कि परीक्षण पूर्ण विकसित थर्मोन्यूक्लियर डिवाइस के लिए काफी निम्न था और वह सामान्य विखंडन अंत:स्फोट उपकरण जैसा ही था जिसका परीक्षण वह पूर्व में तीन बार कर चुका है।
केसीएनए की टिप्पणी में कहा गया कि परीक्षण ‘सामान्य स्तर’ पर अत्यावश्यक चरण था जिसे अन्य देशों ने दो चरण वाले विखंडन-विलयन हाईड्रोजन बम के विकास में किया है। उसने कहा, ‘परीक्षण न तो किसी के लिए ‘खतरा’ था न ही हमारी मंशा किसी को किसी विशेष उद्देश्य के लिए ‘उकसाना’ थी। संवाद समिति ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य उत्तर कोरिया को शत्रु ताकतों से प्रतिरक्षा की ‘पूर्ण गारंटी’ उपलब्ध कराना था। संवाद समिति ने कहा कि उन ताकतों में प्रमुख अमेरिका है। यह भविष्यसूचक दृष्टि पेश करता है कि देश अमेरिका द्वारा हमला करने की दशा में किस तरह से प्रतिक्रिया करेगा। केसीएनए ने कहा कि उत्तर कोरियाई वैज्ञानिक और तकनीशियनों में सैकड़ों किलोटन और मेगाटन के हाइड्रोजन बम का विस्फोट करने की उच्च भावना है जो अमेरिका के पूरे भूखंड को एक बार में ही मिटाने में सक्षम हैं।