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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को फिर तगड़ा झटका दिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी की दमन और दीव यूनिट भगवा दल से जा मिली है। भाजपा की ओर से ट्वीट करके बताया गया कि 'दमन और दीव के जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य व प्रदेश जेडीयू की पूरी यूनिट सोमवार को भाजपा में शामिल हो गई। नीतीश कुमार की ओर से बिहार में विकास को गति देने वाली भाजपा का साथ छोड़कर बाहुबली, भ्रष्ट व परिवारवादी पार्टी का साथ देने के विरोध में यह कदम उठाया गया है।'

मालूम हो कि कुछ दिनों पहले ही अरुणाचल प्रदेश में जदयू के अधिकांश विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके अलावा मणिपुर के 7 में से 5 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। जदयू के पांच विधायकों को पिछले हफ्ते भाजपा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में सत्तारूढ़ दल की सदस्यता दिलाई गई।

मणिपुर विधानसभा सचिवालय की ओर से इसे लेकर बयान जारी किया गया। इसके मुताबिक जॉयकिशन सिंह, नगुरसंगलूर सनाटे, मोहम्मद अचब उद्दीन, थंगजाम अरुणकुमार और एलएम खौटे भाजपा में शामिल हो गए। विधानसभा सचिवालय ने तब कहा था, 'मणिपुर विधानसभा के अध्यक्ष ने संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत जदयू के पांच विधायकों के भाजपा में विलय को स्वीकार कर लिया है।'

नीतीश को पीएम उम्मीदवार के तौर पर किया जा रहा पेश

गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बिहार में एनडीए के साथ अपना गठबंधन तोड़ा और महागठबंधन की सरकार बनाई। उन्होंने बिहार में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। इसके बाद से उनकी पार्टी के नेताओं की ओर से लगातार उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है।

भाजपा ने नीतीश कुमार को 'लंगड़ा मुख्यमंत्री' बताया

इस बीच भाजपा ने नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के पीएम कैंडिडट बनने की अटकलों का मजाक उड़ाया है। अमित मालवीय ने हाल ही में उन्हें 'लंगड़ा मुख्यमंत्री' बताया था। उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार बिहार के साथ-साथ दूसरे राज्यों में अपनी पार्टी को कमजोर होते हुए देख रहे हैं, लेकिन वे प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं।

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