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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव अगले महीने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में रैली करके विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी के अभियान की शुरआत करेंगे। सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने रविवार को यहां बताया कि मुलायम आगामी सात अक्तूबर को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में विशाल रैली को सम्बोधित करेंगे। इसके साथ ही सपा के चुनाव अभियान की जोरदार शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ पूर्वाचल की राजनीति का गढ़ है, लिहाजा मुलायम की रैली से इस क्षेत्र में सियासी सरगर्मी बढ़ जाएगी। चौधरी ने बताया कि सपा मुखिया की नजर में प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव बहुत अहम हैं। उनके मार्गदर्शन तथा सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर बूथ स्तर पर संगठन को सक्रिय और मजबूत बनाया जा रहा है। सपा को विश्वास है कि वह प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी।

ग्रेटर नोएडा: जिला न्यायालय ने भट्टा पारसौल (दोनों गांवों) के 22 किसानों के खिलाफ गिरफ्तारी आदेश जारी किया है। दरअसल, किसानों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और हथियार लूटने के आरोप हैं और किसान लम्बे अरसे से अदालत में हाजिर नहीं हो रहे हैं। भट्टा पारसौल में भूमि अधिग्रहण का विरोध में चल रहा किसानों का आंदोलन 07 मई 2011 को हिंसक हो गया था। किसानों और पुलिस के बीच फायरिंग हुई थी। जिसमें दो सिपाहियों और दो किसानों की मौत हो गई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी और फिलहाल ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक अग्रवाल को पांव में गोली लगी थी। एसएसपी सूर्या नारायण सिंह गम्भीर घायल हुए थे। पुलिस में मनवीर तेवतिया, किरणपाल सिंह और राजीव मलिक समेत 22 किसानों को पुलिस ने जेल भेजा था। फिलहाल सारे किसान जमानत पर हैं। भट्टा पारसौल ने देश की सियासत में भूचाल ला दिया था। कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्‍यक्ष अतुल शर्मा एडवोकेट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करके सीबीआई जांच की मांग की। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी। सीबीसीआईडी ने करीब तीन साल पहले 22 किसानों को आरोपी बनाते हुए चार्जशीट जिला अदालत में दाखिल कर दी थी।

इलाहाबाद: हाल के दिनों में अपने कई नेताओं के पार्टी छोड़कर चले जाने के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को दावा किया कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की दौड़ में उनकी पार्टी ‘दूसरों से कहीं आगे’ है। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि सपा, भाजपा और कांग्रेस गुप्त समझौते के तहत यह छवि गढ़ने की कोशिश कर रही हैं कि बसपा की हालत काफी कमजोर है। मायावती ने एक विशाल रैली में कहा, ‘अपने परिवार के सदस्यों को जगह नहीं दिए जाने से नाराज कुछ असंतुष्ट तत्वों के बसपा छोड़कर जाने के कुछ उदाहरण रहे हैं। उन्होंने यह आरोप लगाने में भी देरी नहीं की कि चुनाव लड़ने के लिए टिकट बेचे जा रहे हैं।’ इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बसपा प्रमुख ने कहा, ‘एक तरफ हमारे विरोधी हमें चूकी हुई ताकत करार देकर खारिज करने की कोशिश करते हैं, जबकि दूसरी तरफ आरोप लगाते हैं कि लोग उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा का टिकट पाने की खातिर बड़ी रकम खर्च कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आम लोग इस विरोधाभास को देख सकते हैं। सपा, भाजपा और कांग्रेस ने यह छवि गढ़ने के लिए गुप्त समझौता कर रखा है कि हम काफी मुश्किल में हैं।’ बसपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, आर के चौधरी और ब्रजेश पाठक के हाल में पार्टी छोड़कर जाने के बाद मायावती ने यह बयान दिया है।

रामपुर: कश्मीर मुद्दे पर शनिवार को सूबे के कद्दावर मंत्री आजम खां और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अलग-अलग राग अलापे। आजम ने कहा कि वह अब उन्हें देश का प्रधानमंत्री बना दें तो हफ्तेभर में दोनों कश्मीर एक कर देंगे। उन्होंने कहा कि आरएसएस मुख्यालय के इशारे पर मीडिया उनके चरित्र हनन करने का प्रयास कर रहा है। ऐसे हमले सियासतदानों तक तो बर्दाश्त हो सकते है, लेकिन इमाम और धर्मगुरुओं पर हमले किए गए तो आर-पार की लड़ाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा। स्वार में आयोजित जनसभा में उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान जाकर देश के सम्मान को ठेस पहुंचाई है। सीमा पर सैनिकों का खून बह रहा है और हमारे पीएम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की मां के पैर छू रहे हैं। भाजपा के नेता कहते हैं कि अगर आजम खां के परिजन बंटवारे के दौरान पाकिस्तान चले जाते तो आज वह वहां के प्रधानमंत्री बने होते। कैबिनेट मंत्री ने एक अखबार में दिल्ली के आरोपी के साथ अपना फोटो छापे जाने पर मीडिया पर जबरदस्त हमला बोला।

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