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लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित सभी लाभार्थियों को शीघ्र नया राशन कार्ड उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत 3 करोड़ 17 लाख से अधिक राशन कार्डों की छपाई का कार्य पूरा हो चुका है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए मशीन के प्रयोग को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जनपद लखनऊ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली की सभी दुकानों पर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम को 1 मार्च, से ही लागू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री आज (बुधवार) यहां अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित लाभार्थियों हेतु नवीन राशन कार्ड के वितरण कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्त्योदय योजना के कार्ड धारकों को 35 किलोग्राम खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। जबकि गृहस्थी के कार्ड धारकों को प्रति यूनिट 5 किलोग्राम खाद्यान्न प्रति माह उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नवीन कार्डों का वितरण 15 दिनों में सुनिश्चित करें। समाजवादी सरकार द्वारा गरीबों के कल्याण के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्याें का उल्लेख करते हुए यादव ने कहा कि समाजवादी पेंशन योजना के तहत 55 लाख परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा रही है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी समझे जाने वाले समाजवादी पार्टी के 32 युवा नेताओं ने एक प्रस्ताव पास कर कहा है कि कुछ युवा नेताओं की बर्खास्तगी के विरोध में वह सपा के 25 साल पूरे होने पर आयोजित होने वाले जश्न का बहिष्कार करेंगे। इस बीच अखिलेश यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है, 'हम उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए हम सपा के 25 साल पूरे होने का इंतजार नहीं कर सकते।' सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, युवा नेताओं के प्रस्ताव में अखिलेश यादव के प्रति वफादारी जताई गई है। इसमें पार्टी के एक युवा विधायक और तीन एमएलसी शामिल हैं। सियासी हलकों में चर्चा है कि अखिलेश यादव ने भी संकेत दिए हैं कि अगर उनके करीबी नेताओं को वापस नहीं लिया गया तो वह भी पार्टी के 25 साल के जश्न में शामिल नहीं होंगे। अब देखना है कि मुलायम सिंह सपा के इस युवा नेताओं की प्रतिक्रिया पर क्या कदम उठाते हैं। मुलायम इस प्रकरण से सख्त नाराज बताए जाते हैं। उन्हें लगता है कि जिस पार्टी के 25 साल से वे सर्वमान्य नेता हैं, उसी पार्टी में कुछ युवा नेता उन्हें चुनौती दे रहे हैं। मुलायम को शक है कि इसके पीछे उनके बेटे की ताकत हो सकती है। मुलायम ने अपने किसी करीबी से कहा है कि यह तो ब्लैकमेलिंग है। निकाले गए नेता अगर अनुशासित ढंग से गलती मानकर माफी मांग लेते तो वे उन्हें वापस ले लेते।

अयोध्या: सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील अयोध्या में ‘रामायण संग्रहालय’ के निर्माण को भाजपा का राजनीतिक एजेंडा नहीं बताने वाले केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि वे भाग्यशाली हैं, जिन्हें ‘राम का काम’ करने का अवसर मिलता है। रामायण संग्रहालय की स्थापना के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण करने यहां पहुंचे शर्मा ने कहा, ‘यदि किसी को भगवान राम का काम करने का मौका मिलता है तो वह अत्यंत भाग्यशाली है। शर्मा ने कहा, 'यह भाग्य की बात है अगर भगवान राम हमें राम का काम करने का मौका देते हैं..वो राम का काम करने की जिम्मेदारी हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उसकी शुरूआत कर दी है।’ विकास के काम को भी राम का काम बताते हुए उन्होंने कहा, ‘बच्चों को पढने के लिए स्कूल मिले, ये जिम्मेदारी भी राम की है। युवा पढ लिखकर काबिल बनें और उन्हें रोजगार मिले, ये जिम्मेदारी भी राम की है।’ रामायण की शिक्षाओं की चर्चा करते हुए शर्मा ने कहा कि कुछ मामलों में केन्द्र के हाथ बंधे हुए हैं। ‘विकास के सभी ऐसे प्रस्ताव जिन्हें केन्द्र को मंजूरी देनी है, राज्यों की ओर से आने चाहिए..कभी कभी हमारे हाथ बंध जाते हैं .. (लेकिन) इस समस्या से जल्द निपट लिया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘मन बन चुका है, माहौल बन चुका है। शुरुआत हो चुकी है और हमें राम लला का आदेश मिल चुका है। हम भगवान की संतान हैं और इसीलिए ज्ञान के प्रसार के उनके (भगवान के) कार्य को हमें करना है।’

बरेली (बदायूं): अब तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चेहरे के साथ उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की बात करने वाली भाजपा ने अपना इरादा बदल दिया है। पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि उनकी पार्टी किसी को चेहरा बनाये बगैर चुनाव लड़ेगी। मौर्य ने बरेली में संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों को भाजपा के मुख्यमंत्री के चेहरे का इंतजार है। भाजपा अपनी स्पष्ट नीति पर चलते हुए बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी। उन्होने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी और सच्ची लोकतांत्रिक पार्टी है। पार्टी का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री का चेहरा है, इसलिए मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की आवश्यकता नहीं है।

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