अयोध्या: सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील अयोध्या में ‘रामायण संग्रहालय’ के निर्माण को भाजपा का राजनीतिक एजेंडा नहीं बताने वाले केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि वे भाग्यशाली हैं, जिन्हें ‘राम का काम’ करने का अवसर मिलता है। रामायण संग्रहालय की स्थापना के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण करने यहां पहुंचे शर्मा ने कहा, ‘यदि किसी को भगवान राम का काम करने का मौका मिलता है तो वह अत्यंत भाग्यशाली है। शर्मा ने कहा, 'यह भाग्य की बात है अगर भगवान राम हमें राम का काम करने का मौका देते हैं..वो राम का काम करने की जिम्मेदारी हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उसकी शुरूआत कर दी है।’ विकास के काम को भी राम का काम बताते हुए उन्होंने कहा, ‘बच्चों को पढने के लिए स्कूल मिले, ये जिम्मेदारी भी राम की है। युवा पढ लिखकर काबिल बनें और उन्हें रोजगार मिले, ये जिम्मेदारी भी राम की है।’ रामायण की शिक्षाओं की चर्चा करते हुए शर्मा ने कहा कि कुछ मामलों में केन्द्र के हाथ बंधे हुए हैं। ‘विकास के सभी ऐसे प्रस्ताव जिन्हें केन्द्र को मंजूरी देनी है, राज्यों की ओर से आने चाहिए..कभी कभी हमारे हाथ बंध जाते हैं .. (लेकिन) इस समस्या से जल्द निपट लिया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘मन बन चुका है, माहौल बन चुका है। शुरुआत हो चुकी है और हमें राम लला का आदेश मिल चुका है। हम भगवान की संतान हैं और इसीलिए ज्ञान के प्रसार के उनके (भगवान के) कार्य को हमें करना है।’
अयोध्या में प्रस्तावित रामायण संग्रहालय बनाने के सवाल पर जदी का कहना था कि हम चुनावी अवधि में नहीं हैं और इस पर टिप्पणी करना सही नहीं होगा। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने आज संग्रहालय के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के लिए अयोध्या का दौरा किया। इसे उत्तर प्रदेश में हिंदुवादी तत्वों को रिझाने के लिए उठाया गया कदम माना जा रहा है। शर्मा ने कहा कि अयोध्या के विकास में यह बड़ा कदम होगा, संग्रहालय के लिए 150 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। यह संग्रहालय 1992 में ध्वस्त हुई बाबरी मस्जिद से 15 किलोमीटर की दूरी पर होगा। बाबरी विध्वंस के बाद देश भर के कई क्षेत्रों में दंगे भड़क गए थे। चुनाव आयोग ने पहले कहा था कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनाव में वह पुलिस की भूमिका पर ध्यान रखेगा। इसके साथ ही धन और बाहुबल पर भी निगरानी रखी जाएगी। रामायण संग्रहालय ने विनय कटियार जैसे भाजपा के कट्टरपंथी नेताओं की ये मांग तेज कर दी है कि जहां 1992 में बाबरी ढांचा ढहाया गया था, उसी जगह राम मंदिर बने। भाजपा सांसद विनय कटियार ने मांग की कि राम मंदिर निर्माण के लिए लोकसभा में विधेयक लाया जाना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई सकारात्मक प्रयास नहीं किया जा रहा है। राम भक्तों को केवल ‘लालीपाप’ थमाया जा रहा है। भाजपा नेता ने कहा, ‘दौड़ चल रही है, कोई संग्रहालय बना रहा है तो कोई अन्य (अखिलेश यादव सरकार) रामलीला थीम पार्क बना रहा है। हम अयोध्या के इन घटनाक्रम का स्वागत करते हैं लेकिन राम मंदिर निर्माण के बिना सब बेकार है। हम उस पर समझौता नहीं कर सकते।’ कटियार ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है, जबकि यही महत्वपूूर्ण कार्य है। सपा सरकार ने कारसेवकों को गोलियों से मरवाया था और अब थीम पार्क के रूप में ‘लालीपाप’ थमा रही है।