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लखनऊ (जनादेश ब्यूरो) : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उ.प्र. बार कौंसिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष कु. दरवेश यादव की कल आगरा कचहरी परिसर में हुई हत्या के बाद आज उनके एटा जनपद में स्थित पैतृक गांव चांदपुर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिवारीजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि सुश्री दरवेश यादव की गोली मारकर हुई हत्या से साबित हो गया है कि अब राज्य में हालात कानून के बाहर हो गए हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि इस भाजपा सरकार से न्याय का भरोसा नहीं कर सकते हैं। मैं चाहता हॅू कि दरवेश यादव की हत्या का खुलासा हो और इसकी साजिश में कौन लगे थे तथा पुलिस की क्या भूमिका रही, इसका भी खुलासा हो। हाईकोर्ट के वर्तमान पीठासीन माननीय जज से दरवेश हत्याकाण्ड की जांच होनी चाहिए। उन्होंने मृतक के परिवार को 50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की और कहा कि यदि भाजपा सरकार ने यह धनराशि नहीं दी तो समाजवादी सरकार आने पर यह रकम दी जाएगी।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर बना रही है और उन पर आरएसएस की विचारधारा थोप रही है। नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। छोटे कारोबारी पूरी तरह तबाह हो गये। सपा अध्यक्ष ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में जहां उपस्थित कार्यकर्ताओं को उपचुनावों के साथ 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अभी से तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया, वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ संवाद के क्रम में पर्यावरण सरंक्षण, अवैध खनन और किसान-गांव के बारे में भी अपने विचार रखे।

यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे 2022 की सरकार में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंवाद स्थापित करें। भाजपा सरकार में किसान और नौजवान सबसे ज्यादा परेशान रहे हैं। नौजवानों का भविष्य अंधकार में है जबकि किसानों को झूठे वादो से गुमराह किया है। गांव-गांव में उत्पीड़न की कार्यवाही की जा रही है। किसानों के बिजली के बिल बढ़ाए जा रहे हैं। एक्सप्रेस-वे पर टैक्स और शराब पर सेस लगा है, लेकिन गायों की रक्षा नहीं हो रही है। गौशालाओं में गायें मर रही है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुधवार को कानून-व्यवस्था पर होने वाली बैठक से पहले अधिकारियों के फोन बाहर ही रखवा लिए गए। इस दौरान सभी अधिकारियों के मोबाइल ले लिए गए और उनके नाम की पर्ची मोबाइलों पर लगा दी गई। उप्र में कानून-व्यवस्था पर लगातार उठते सवालों के बीच मुख्यमंत्री योगी की यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। वह हर जिले के अधिकारियों से एक-एक मुद्दे पर बात कर रहे हैं। ज्ञात हो कि इस महीने की शुरुआत में योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट बैठक के दौरान मंत्रियों के मोबाइल फोन लाने पर पाबंदी लगा दी थी।

बताया जा रहा है कि योगी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की हैकिंग और जासूसी के खतरे को देखते हुए यह फैसला किया है। इससे पहले मंत्रियों को मोबाइल फोन लाने की अनुमति थी। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरा था। विपक्षियों ने इसे आजादी पर हमला करार दिया था। जानकर बताते हैं कि योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि मंत्रिमंडल की बैठकों में होने वाली चर्चा पूरी गंभीरता व बिना किसी व्यवधान के हो।

रायबरेली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस ने आने वाले चुनावों में मजबूती के साथ उतरने की कवायद शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी ने बुधवार को भुएमऊ गेस्ट हाउस में 40 जिलों के हारे पार्टी प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक करके न सिर्फ हार के कारणों को जानने की कोशिश की, बल्कि यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव बिना गठबंधन के ही लड़ने का एलान भी किया।

उन्होंने सभी की हौसला आफजाई की और लोकसभा चुनाव में मिली हार को भूलकर नए सिरे से पार्टी को ताकतवर बनाने में जुटने का आह्वान भी किया। समीक्षा बैठक में हार की वजह पर जल्द फैसला लेने के संकेत भी दिए। पार्टी कार्यकताओं से मिलने के बाद वह वापस रवाना हो गईं। हालांकि, दिल्ली में खराब मौसम के चलते सोनिया गांधी व प्रियंका वाड्रा फुरसतगंज एयरपोर्ट से उड़ान नहीं भर सकीं। सोनिया गांधी का काफिला फिर रायबरेली के लिए रवाना हुआ। पायलट ने ऐसे मौसम में हवाई जहाज ले जाने से मना कर दिया।

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