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लखनऊ: प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। एडीजी स्तर के आईपीएस को इस बल का मुखिया नियुक्त किया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में बल को बिना वारंट के तलाशी लेने और गिरफ्तारी करने का भी अधिकार दिया गया है। सरकार ने डीजीपी से इसके विधिवत गठन का रोडमैप तैयार करने को कहा है।

अधिसूचना में बल के कार्यों, अधिकार क्षेत्र, और संगठनात्मक ढांचे का निर्धारण कर दिया गया है। बल में एडीजी के अलावा आईजी, डीआईजी, समादेष्टा उप समादेष्टा व अन्य अधीनस्थ अधिकारियों की तैनाती होगी। इसका मुख्यालय लखनऊ में होगा। शुरुआत में पीएसी से बल की पांच बटालियनों का गठन किया जाएगा। हालांकि इसमें सीधी भर्ती का अधिकार उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को दिया गया है। गृह विभाग के अनुसार शुरुआत में बल में 9919 जवान होंगे। इन पर एक वर्ष में 1747 करोड़ रुपये खर्च होना का अनुमान लगाया गया है।

लखनऊ: लखनऊ के मलिहाबाद इलाके में युवक की मौत के बाद हुए उपद्रव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गंभीरता से लिया है। लखनऊ के एसपी ग्रामीण आदित्य लंगेह को हटा दिया गया है। उनकी जगह सीबीसीआईडी के एसपी हृदयेश कुमार को तैनात किया गया है।

इसी मामले में आईजी ने मलिहाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर सियाराम को निलम्बित कर दिया। नामजद आरोपियों पर रासुका लगाने की संस्तुति की जायेगी। पूरे प्रकरण की जांच सीओ मलिहाबाद को सौंपी गई है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने पीड़ित परिवार से मिलकर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने मृतक रामविलास रावत की पत्नी सुमन देवी के बैंक खाते में पांच लाख रुपये की राहत राशि जमा करवाई।

डीएम ने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार को ग्रामीण आवास योजना के तहत मकान दिलाया जाएगा। सुमन को विधवा पेंशन और पिता पंचम को वृद्धावस्था पेंशन दी जाएगी। उधर मलिहाबाद में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात रखा गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें दबिश दे रही हैं।

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों को अपने निजी स्टाफ और इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों पर सतर्क नजर रखने की हिदायत दी है। साथ ही कहा कि सरकार के कामकाज को जनता के बीच ले जाया जाए। मुख्यमंत्री ने शनिवार को राज्य मंत्रियों व स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्रियों के साथ बैठक की। उन्होंने जिलों में प्रशासनिक कामकाज के बारे फीडबैक भी लिया। साथ ही उन्हें प्रभार वाले जिलों में जाकर जनता का दु:ख-दर्द बांटने के निर्देश दिए। 

सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रियों से कहा कि वे अपनी व सरकार की छवि को लेकर सतर्क रहें। आसपास रहने वाले लोगों के कारण छवि खराब करने वाली घटनाएं होने की संभावना रहती है। इसका पूरा ध्यान रखें कि कोई अनुचित लाभ न उठा सके। उन्होंने कहा कि सभी राज्य मंत्री कोविड-19 से अपनी सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए अपने प्रभार वाले जिलों में जाएं और कोरोना संकट के दौरान शासन से दिए गए बजट के उपयोग के बारे में जानकारी लें। विपक्ष के आरोपों पर अपनी बात प्रभावी तरीके लोगों को बताएं।

लखनऊ: प्रदेश में शनिवार को 6,846 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,06,175 हो गई है। इनमें से 2,33,527 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया जा चुका है। फिलहाल 67,955 एक्टिव मरीज हैं। वहीं बीते 24 घंटे में 68 मरीजों की मौत हो गई। इस तह कुल 4,349 मरीज कोरोना से जान गंवा चुके हैं। शनिवार को 6,085 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में मरीजों के ठीक होने की दर 76.35 प्रतिशत हो गई है। जबकि मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को अवध के जिलों लखनऊ में 1117, बाराबंकी में 115, अयोध्या में 104, सुल्तानपुर में 47, बहराइच में 71, रायबरेली में 64, अमेठी में 65, बलरामपुर में 12, आंबेडकरनगर में 15 और श्रावस्ती में 06 कोरोना संक्रमित मिले हैं। 

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