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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश पर रोक बढ़ा दी, जिसमें मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद परिसर का न्यायालय की निगरानी में सर्वेक्षण करने की अनुमति दी गई थी। यह परिसर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पास स्थित है, जो हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व का स्थल है।

अगली तारीख 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में होगी सूचीबद्ध 

मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि वह मस्जिद परिसर के न्यायालय की निगरानी में किए गए सर्वेक्षण के खिलाफ ‘ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंधन समिति’ की याचिका पर सुनवाई एक अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में स्थगित कर देगी।

सीजेआई ने कहा कि शीर्ष अदालत में अभी तीन मुद्दे लंबित हैं और वे हैं एक अंतर-न्यायालय अपील का मुद्दा (हिंदू वादियों द्वारा दायर मुकदमों के एकीकरण के खिलाफ), दूसरा अधिनियम (पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 को चुनौती) स्वयं है। 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में सूचीबद्ध करें।

प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को यहां कैबिनेट बैठक के लिए करीब चार घंटे महाकुभ मेला क्षेत्र में रहे, लेकिन अक्षयवट और हनुमान मंदिर के दर्शन-पूजन के लिए नहीं गए। इसका कारण वीआईपी मूवमेंट से श्रद्धालुओं को होने वाली संभावित दिक्कत से बचाना बताया गया।

वहीं, बैठक को लेकर मेला और स्थानीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी हाईअलर्ट मोड में हैं। देर रात तक इसकी तैयारियां भी चलती रहीं। बैठक के बाद डेढ़ से दो बजे के बीच सीएम योगी मंत्रिमंडल के साथ संगम स्नान करेंगे। कुंभ-2019 में मंत्रियों के साथ स्नान के बाद सीएम योगी ने अक्षयवट व हनुमान मंदिर में दर्शन- पूजन किया था।

अधिकांश मंत्री और 100 से अधिक आला-अफसर देर रात तक पहुंचे 

योगी कैबिनेट के 54 में से अधिकांश मंत्री और 100 से अधिक आला-अफसर मंगलवार देर रात तक यहां पहुंच गए। त्रिवेणी संकुल में उनके ठहराने आदि की व्यवस्थाएं चलती रहीं। सीएम के संगम जेटी तक जाकर स्नान करने के कारण इसे भी सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ में होगी। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। सपा चीफ ने काबीना की बैठक के पीछे की वजह का भी खुलासा किया है। कन्नौज के सांसद ने कहा कि प्रयागराज वो स्थान नहीं है, जहां पर राजनीति या राजनीतिक बैठक की जाए। कुंभ के स्थल पर कैबिनेट करना पॉलिटिकल है और पॉलिटिकल संदेश देना चाहते हैं।

सीएम योगी को कुंभ में राजनीति नहीं करनी चाहिए: अखिलेश यादव

कुंभ में कैबिनेट की बैठक का क्या औचित्य है? अखिलेश ने कहा कि वो गंगा का विकास क्या करेंगे, जब आज तक गंगा साफ नहीं हो सकी। अखिलेश ने कहा, ये कुछ भी नहीं करना चाहते हैं। बीजेपी वाले कुछ भी नही करते। इन्हें वहां राजनीति नहीं करनी चाहिए।

यह पूछे जाने पर कि सपा चीफ कुंभ में स्नान करने कब जाएंगे? अखिलेश ने कहा, समाजवादी गंगा स्नान भी करते है, कुंभ भी जाते हैं, लेकिन फोटो नहीं डालते।

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) व प्रवक्ता के लगभग 10 हजार पदों पर भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश कैबिनेट ने बाई सर्कुलेशन उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा सेवा नियमावली 2024 में संशोधन को मंजूरी दे दी है। इसके तहत इन पदों पर भर्ती के लिए योग्यता में से समकक्ष शब्द हटा दिया गया है।

कैबिनेट ने दी प्रस्ताव को सहमति

माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में सहायक अध्यापक व प्रवक्ता के पदों पर भर्ती की जाती है। इसमें सहायक अध्यापक के लिए संबंधित विषय में स्नातक, बीएड या समकक्ष योग्यता, अर्हता थी। इसी तरह प्रवक्ता पद के लिए संबंधित विषय में स्नातक, बीएड या समकक्ष योग्यता, अर्हता लिखी हुई थी। पिछले दिनों इससे जुड़े कई मामले न्यायालय में गए और समकक्ष योग्यता को लेकर चुनौती दी गई। इसकी वजह से माध्यमिक विद्यालयों में भर्ती काफी समय से प्रभावित थी। वहीं लोक सेवा आयोग ने भी माध्यमिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर समकक्ष योग्यता को परिभाषित करने की मांग की थी।

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