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आजमगढ़: हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ समझे जानेवाले आजमगढ़ और जौनपुर का दौरा किया। ओवैसी अपने पूर्वांचल दौरे में मुसलमानों को संकेत दे गए कि मुस्लिम अब किसी खास दल के इशारे पर सिर्फ न तो ताली बजाएगा और वोट करेगा बल्कि अब उसे भी सत्ता में हिस्सेदारी चाहिए।

ओवैसी मंगलवार की सुबह वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वो सड़क के रास्ते से जौनपुर होते हुए आजमगढ़ पहुंचे। बीच रास्ते में उनका जोरदार स्वागत हुआ। ओवैसी जब दोपहर दो बजे के करीब यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ पहुंचे तो कार्यकर्ताओं की भीड़ और उनका स्वागत देख गदगद हो गए। मीडिया से उन्होंने कहा, "मैं ओम प्रकाश राजभर से मिलने आया हूं। एआईएमआईएम भागदारी संकल्प मोर्चा (बीएसएम) का हिस्सा है। मैं गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए लोगों को धन्यवाद करता हूं। मेरा मानना ​​है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीएसएम अच्छा प्रदर्शन करेगी।"

 

एआईएमआईएम चीफ ने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया और कहा कि यह पार्टी अब सोशल मीडिया की पार्टी बनकर रह गई है। उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले यूपी विधान सभा चुनाव में उनका गठबंधन यानी भागीदारी संकल्प मोर्चा बड़ी जीत के साथ राज्य की राजनीति में बड़ा फेरबदल करेगा।

बता दें कि ओवैसी चार साल बाद आजमगढ़ पहुंचे हैं। 2016 में हुए साम्प्रदायिक दंगों के बाद उन्होंने कई बार आजमगढ़ आने की इजाजत मांगी थी, लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिली थी। तब राज्य में अखिलेश यादव की सरकार थी। एक बार तो उन्हें आजमगढ़ की सीमा से लौटना पड़ा था। उन्होंने वाराणसी में मंगलवार को कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने उन्हें 12 बार पूर्वांचल आने से रोका था।

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