लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि संविधान बचाने के लिए सीएए और एनआरसी के विरोध में जारी धरना प्रदर्शन में सत्ता का दमन जारी है। अलीगढ़ में पुलिस द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज निंदनीय है। भाजपा सरकार द्वारा शांतिपूर्ण धरना देती महिलाओं पर लाठी बरसाना अनैतिकता है। यादव से सोमवार को भेंट करने वालों ने पुलिस और प्रशासन के व्यवहार की शिकायतें की।
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मुद्दों पर असहमति प्रदर्शित करने के लिए धरना दे रही महिलाओं के साथ भाजपा सरकार लगातार बदसलूकी करती रही हैं। लोकतंत्र में इसकी कतई इजाजत नहीं दी जा सकती है। लोकतांत्रिक प्रणाली में असहमति को स्वीकृति दी जाती है और यह नागरिकों का संवैधानिक अधिकार है। देश में हो या प्रदेश में हर जगह भाजपा के राज में कानून-व्यवस्था इस तथाकथित डबल इंजन की सरकार में ठप्प है। किसानों पर अत्याचार हो रहा है। पीड़ितों, बीमारों को इलाज की सुविधा भी नहीं है। प्रशासन को सत्ता का अनुचर बना दिया गया है। समाजवादी पार्टी लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अखिलेश से सोमवार को कानपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्यामजी श्रीवास्तव के नेतृत्व में कानपुर के दर्जन भर से ज्यादा अधिवक्ताओं ने भेंट की। अधिवक्ताओं ने कहा कि समाजवादी सरकार में अधिवक्ताओं की सुविधाओं की कई योजनाएं शुरू की गई थीं। अधिवक्ताओं के लिए चैंबर आदि की व्यवस्था उल्लेखनीय है। अधिवक्ताओं ने कहा कि वे सन् 2022 में समाजवादी सरकार बने इसके लिए पूरी तत्परता से काम करेंगे। अधिवक्ता समाज अखिलेश यादव के साथ रहेगा।