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लखनऊ: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाना इलाके में रणजीत बच्चन नाम के एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। रणजीत बच्चन को खुद किसी विश्व हिंदू महासभा नाम के संगठन का नेता बताते थे और कई सालों से वह समाजवादी पार्टी के साथ भी जुड़े थे। इस गोलीकांड में उनके साथ एक और अन्य शख्स की भी गोली लगी है। लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक बाइक सवार बदमाशों ने इस गोलीकांड को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक की तफ्तीश में पता चला है कि लखनऊ में हुई घटना में मुंगेर की बनी 32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। वहीं परिवर्तन चौक के चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है।

राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में रणजीत बच्चन की हत्या से सनसनी फैल गई है। रणजीत अपने मित्र आदित्य कुमार श्रीवास्तव के साथ मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच के छह टीमों का गठन किया है।

आदित्य के हाथ में फैक्चर हुआ है। प्लास्टर करवाने के बाद पुलिस आदित्य को हजरतगंज कोतवाली ले आई है जहां उससे पूछताछ की जा रही है। मामले में आदित्य सहित तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं, रणजीत के परिजन उनका शव लेकर हजरतगंज स्थित घर में वापस आ गए हैं।

जानकारी पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार आशीष घटना स्थल पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि रणजीत बच्चन लंबे समय तक उनके संगठन में कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में विश्व हिन्दू महासभा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि आज रणजीत की हत्या कर दी गई। इससे पहले कमलेश तिवारी की हत्या की गई थी। उन्होंने कहा कि हिंदू नेता लगातार निशाने पर हैं। हमारी जान को खतरा है। उन्होंने सरकार से हिंदू नेताओं की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। लगातार हो रही हत्याएं पुलिस पर भी सवाल खड़े करती है।

रणजीत बच्चन इलाके की ओसीआर बिल्डिंग के बी-ब्लॉक में रहते थे। रविवार सुबह वह आदित्य के साथ मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। जहां सीडीआरआई के पास बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। रणजीत मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले हैं। वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रहे हैं। बदमाशों ने रणजीत के सिर में गोली मारी जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

विवाद के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा से हुए थे अलग

विश्व हिंदू महासभा रणजीत बच्चन का खुद का संगठन था। वह लंबे समय तक अखिल भारतीय हिंदू महासभा में रहे पर विवाद हो जाने पर अलग हो गए और खुद का संगठन बना लिया। रणजीत बच्चन की दो पत्नियां हैं। पहली से तीन साल का एक बच्चा है जो कि गोरखपुर में रहती है जबकि दूसरी के साथ वह हजरतगंज में रहते थे। कल शनिवार को उनका जन्मदिन था जो उन्होंने पास के एक मंदिर में मनाया था। रणजीत की साली ने 2017 में उन पर दुष्कर्म का मुकदमा भी दर्ज करवाया था।

कमलेश तिवारी को अक्तूबर में बदमाशों ने मारी थी गोली

बता दें कि 18 अक्तूबर को हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की दो लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। दोनों बदमाश भगवा कपड़े पहने हुए थे और मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपाकर लाए थे। दोनों नाका स्थित खुर्शेदबाग की तंग गलियों में स्थित कमलेश के घर पहुंचे थे। पहली मंजिल स्थित पार्टी दफ्तर में पहले उनकी गर्दन पर गोली मारी। फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने के बाद गला रेत दिया था। पुलिस ने मौके से .32 बोर की एक पिस्टल व एक खोखा बरामद किया था।

समाजवादी पार्टी ने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग

विश्व हिंदू महासभा के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीत बच्चन लंबे समय तक समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रहे हैं। वह सपा के लिए गोरखपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते थे और पत्नी कालिंदी निर्मल शर्मा के साथ सपा की शांति सद्भावना यात्रा में भी भागीदारी की थी। उनकी हत्या पर सपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और उनसे इस्तीफे की मांग की है।

सपा सरकार में रंजीत को लखनऊ की ओसीआर बिल्डिंग में फ्लैट आवंटित किया गया था। उनकी दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी का नाम कालिंदी और दूसरी का स्मृति है। पहली पत्नी गोरखपुर में रहती है और संबंध विच्छेद हो जाने के बाद पहली पत्नी ने ही गोरखपुर में रंजीत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।

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