लखनऊ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा है कि देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है। राष्ट्रपति का पद बड़ा है परन्तु यहां मौजूद प्रत्येक व्यक्ति राजनेता- पत्रकार, कैमरामैन, ड्यूटी वाले अधिकारी-कर्मचारी व पुलिस के लोग, यहां तक कि शौचालय के बाहर मौजूद कर्मचारी साथी भी राष्ट्रसेवा और राष्ट्रनिर्माण में भूमिका निभा रहे हैं। कोविन्द गुरुवार को लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित अभिनन्दन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महामानव मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, महामानव भगवान् यशोदानंदन श्रीकृष्ण, समेत अनेक संत महात्माओं का इस उत्तर प्रदेश में ही प्राकट्य हुआ। इसी प्रकार से मुस्लिम धर्म का भी गौरव शाली प्रतीक फतेहपुर सीकरी जैसे तमाम स्मृतियां यहां मौजूद हैं। श्री कोविन्द ने प्रदेश से जुड़े साहित्यकारों, लेखकों, कवियों एवं अनेक प्रतिष्ठित राजनेता रहे व्यक्तियों के नाम लेते हुए कहा कि इन सबको हम कभी भुला नहीं सकते इनके कारण ही उत्तर प्रदेश गौरवान्वित है। कहा कि उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री का प्रदेश पर विशेष ध्यान रहता है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी पर हम सब को गर्व है।
उन्होंने 'कम्पोजिट' दृष्टिकोण के साथ हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि माना।
इससे पूर्व राष्ट्रपति बनने के बाद प्रथम बार लखनऊ में आगमन पर उनका स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तमाम चुनौतियां का सामना और संघर्ष करते हुए आप इस सम्मानित पद पर पहुंचे हैं। 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति बनने के बाद अपने प्रथम उदबोधन में आपने कहा था कि मैं बहुत साधारण से परिवार और गांव से निकल कर आया हूँ । मेरे यहां पहुंचने में मेरे उस गाँव, जिले और पूरे प्रदेश का योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता देश के सर्वोच्च पद पर अपनी ही माटी के सपूत को पाकर गौरवान्वित है। इस कार्यक्रम के लिए भी सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश को चुना इससे भी पूरा प्रदेश आनंदित है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि मेरा और राष्ट्रपति महोदय का संबंध थोड़ा आप सबसे अलग है। मेरे समय में यह दो बार राज्यसभा के सांसद और मैं तब लोकसभा का सांसद था। संसद की अनुशासन समिति का मैं जब अध्यक्ष था तो यह उसमे सम्मानित सदस्य थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने 'बुद्ध की कांस्यप्रतिमा भेंट की, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने अभिनन्दन पत्र सौंपा, साथ ही विधान परिषद के सभापति रमेश यादव, उपमुख्यमंत्री गण केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद महेन्द्र नाथ पाण्डेय, लखनऊ विवि के कुलपति एस पी सिंह, मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष आदि ने पुष्प भेंटकर उनका स्वागत किया।
अपने नागरिक अभिनन्दन के ऐन मौके पर बागपत नाव दुर्घटना में 19 लोगों के मारे जाने की सूचना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया। कोविन्द राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार अपने गृह प्रदेश की यात्रा पर आए थे और राजधानी के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में उनका नागरिक अभिनन्दन का आयोजन किया गया था।
वे जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुचे उन्हें नाव दुर्घटना की जानकारी दी गई। अभिनन्दन कराने को लेकर वे पसोपेश में पड़ गए। इस बात का जिक्र स्वयं राष्ट्रपति ने अपने भाषण में भी किया। कहा, हम सब इन्सान हैं जैसे ही इस कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश कर रहा था मुझे दु:खद दुर्घटना की जानकारी दी गई इसके बाद मैं धर्मसंकट में पड़ गया कि 19 लोगों की मौत हो गई। प्रदेश में यह बड़ी घटना थी ऐसे में अभिनन्दन या जश्न ठीक नहीं कहा जा सकता। उनहोने कहा, मृतकों को श्रद्धांजलि देकर के अपनी बात रखता हूं।