बेंगलुरु: कर्नाटक में दलित लड़के की बेरहमी से पिटाई का एक मामला सामने आया है। आरोप है कि लड़के ने कथित तौर पर चोरी की थी, इस वजह से दस युवकों ने पहले उसे बिजली के खंबे से बांधा और बाद में उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। पीड़ित लड़के की मां का आरोप है कि युवकों ने उसकी भी पिटाई की है। पुलिस ने घटना की सूचना मिलने के बाद दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस अधिकारी के अनुसार घटना में लड़के और उसकी मां को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई है। घटना 29 सिंतबर की बतायी जा रही है।
बेंगलुरु के पास हुई इस घटना में जिस लड़के की पिटाई हुई उसकी मां का आरोप है कि आरोपियों ने उनके बेटे की इसलिए पिटाई की क्योंकि उन्हें शक है कि बच्चों के साथ खेलते हुए उसने कान का झुमका चुराया है। आरोपियों ने हमारी जाति के लोगों के खत्म करने की भी धमकी दी है।
पुलिस ने इस घटना को लेकर एक मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में तीन को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
बता दें इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है। कर्नाटक से पहले ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के औरैया का था। जहां एक दलित छात्र की मौत की खबर आ रही है। पुलिस से मिल रही जानकारी के अनुसार छात्र की मौत पिटाई करने के कारण हुई थी। आरोप था कि पीड़ित छात्र को उसके शिक्षक (जो सवर्ण वर्ग से है) ने कथित तौर पर रॉड से सिर्फ इसलिए पीटा था क्योंकि वह एक शब्द का उच्चारण सही से नहीं कर पा रहा था। इसके बाद छात्र की हालत बिगड़ी थी और उसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद सोमवार को छात्र की मौत हो गई। पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
दसवीं में पढ़ने वाले पीड़ित छात्र के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा था है कि अश्विनी सिंह नाम के शिक्षक ने उसके बेटे को सात सितंबर को डंडे, रॉड से पीटा था। अश्विनी सिंह ने उसे तब तक लात से मारा है जब तक वो बेहोश होकर गिर नहीं गया था। पीड़ित ने परिवार ने छात्र का एक वीडियो भी साझा किया जिसमें छात्र एक स्ट्रेचर पर लेटा दिख रहा था। पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच कर रही है। साथ ही आरोपी शिक्षक से भी घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है।