बेंगलुरु: कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार और पार्टी के कई अन्य नेताओं को 'पेसीएम' अभियान के सिलसिले में शुक्रवार को बेंगलुरु में हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए नेताओं में बीके हरिप्रसाद, प्रियांक खड़गे, रणदीप सिंह सुरजेवाला और अन्य नेता भी शामिल हैं। ये नेता बेंगलुरु में सीएम बसवराज बोम्मई के खिलाफ 'पेसीएम' के पोस्टर चिपका रहे थे। कांग्रेस का 'पेसीएम' अभियान सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं द्वारा बिल्डरों, ठेकेदारों और अन्य से 40 प्रतिशत कमीशन लेने के आरोपों के बीच आया है।
कांग्रेस के दावों ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। इस सप्ताह की शुरुआत में, कांग्रेस ने बेंगलुरु के पास नेलमंगला में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में 'पेसीएम' के पोस्टर लगाए थे। कांग्रेस ने बाद में अपने पेसीएम अभियान की तस्वीरें मीडिया के साथ साझा कीं। इस मामले में बोम्मई के निर्देश पर जांच कर रही पुलिस ने बुधवार को कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के सोशल मीडिया दल के पूर्व प्रमुख बी आर नायडू को गिरफ्तार किया।
बेंगलुरु के कई हिस्सों में बुधवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीर वाले ऐसे पोस्टर लगाए गए, जिन पर 'पेसीएम' लिखा हुआ था। शहर के मध्य क्षेत्र में दिखाई दिये ये पोस्टर ऑनलाइन भुगतान ऐप पेटीएम के विज्ञापनों से मिलते-जुलते थे। कांग्रेस के अभियान के तहत लगाये गये पोस्टर में बने क्यूआर कोड के बीच में बोम्मई के चेहरे की तस्वीर लगाते हुए लिखा गया था, “40 फीसदी यहां लिया जाता है।”
खबरों के अनुसार इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर लोग कांग्रेस द्वारा रिश्वतखोरी की शिकायतों के लिए हाल में शुरू की गयी '40 प्रतिशत सरकार' वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। कांग्रेस का आरोप है कि कर्नाटक सरकार ठेकेदारों को लोक निर्माण कार्यों के ठेके देने के लिए उनसे 40 प्रतिशत कमीशन लेती है। कांग्रेस ने कुछ दिन पहले वेबसाइट शुरू की थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि प्रचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने आज शाम संवाददाताओं से कहा, "अभियान पूरे राज्य में जारी रहेगा।" वहीं बोम्मई ने कांग्रेसी अभियान को एक "बुरी साजिश" बताते हुए कहा कि, "उन्होंने कोई सबूत पेश नहीं किया है"। समाचार एजेंसी एएनआई ने उनके हवाले से कहा, "यह सब राजनीति से प्रेरित है। मैंने उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी है। उनके (कांग्रेस) कार्यकाल के दौरान, कई घोटाले हुए, जिन पर गौर किया जाना चाहिए।"