बेंगलुरु: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को यहां कर्नाटक के अपने समकक्ष बसवराज बोम्मई से मुलाकात की और सीमा क्षेत्र के विकास समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, बोम्मई और विजयन ने सीमा क्षेत्र के विकास और बांदीपुर बाघ अभयारण्य से गुजरने वाले राजमार्ग पर रात के समय यातायात से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। गौरतलब है कि पारिस्थितिकी के लिहाज से संवेदनशील बांदीपुर बाघ अभयारण्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को रात में यातायात के लिए खोलने की केरल की लंबे समय से मांग रही है।
सीमा क्षेत्र के विकास सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा
दक्षिणी राज्य ने रात में इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को मंजूरी देने के लिए उच्चतम न्यायालय का भी रुख किया था और यह कहते हुए एक हलफनामा दाखिल किया था कि बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के आजादी से आवागमन के अधिकार को प्रतिबंधित करना अत्यधिक भेदभावपूर्ण है।
इस बैठक के दौरान बोम्मई ने उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए विजयन से कहा कि बांदीपुर बाघ अभयारण्य से गुजर रहा राजमार्ग नहीं खोला जा सकता।
बाद में केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दोनों राज्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से राष्ट्रीय राजमार्ग 766 के विकल्प के तौर पर मैसुरु मलप्पुरम आर्थिक गलियारा परियोजना के थोलपेट्टी से पुराकात्तिरि और सुल्तान बथेरी से मलप्पुरम तक मार्ग चालू करने का संयुक्त रूप से अनुरोध करेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग 766 बाघ अभयारण्य से गुजरता है, जहां रात के समय यात्रा पर पाबंदी है।
उन्होंने यह भी कहा कि बोम्मई प्रस्तावित कन्हानगड-पनाथुर-कनियूर रेलवे लाइन परियोजना पर गौर करने के लिए भी राजी हो गए, जो उत्तर केरल को दक्षिणी कर्नाटक से जोड़ेगी। साथ ही वह इसके लिए आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने पर गंभीरतपूर्वक विचार करने भी सहमत हो गए। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने दो लंबित रेल परियोजनाओं और राजमार्ग संबंधी कुछ अन्य परियोजनाओं पर भी चर्चा की।