ताज़ा खबरें
बीजेपी अस्तित्व में नहीं थी, तब भी लोग मनाते थे दीपावली: धर्मेंद्र यादव
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या

बेंगलुरू: कर्नाटक की चार राज्‍यसभा सीटों के परिणाम सत्तारूढ़ भाजपा के लिए उत्‍साह बढ़ाने वाले रहे हैं। पार्टी ने राज्‍य की चार सीटों में से तीन पर जीत दर्ज की है, जबकि एक अन्‍य सीट कांग्रेस के खाते में गई है। पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा की जेडी-एस का खाता भी नहीं खुल सका है। भाजपा के प्रत्‍याशी निर्मला सीतारमण, जगेश और सीटी रवि ने जहां जीत हासिल की है, वहीं कांग्रेस के खाते में आई एकमात्र सीट पर जयराम रमेश विजयी रहे हैं।

गौरतलब है कि कर्नाटक में चार सीटों के हुए राज्यसभा चुनाव में जनता दल (सेक्युलर) के दो विधायक- श्रीनिवास गौड़ा और श्रीनिवास गुब्बी ने पार्टी से खिलाफ जाकर कांग्रेस को वोट दिया था। क्रॉस वोटिंग जेडीएस के लिए निराशाजनक साबित हुई क्योंकि चार सीटों में एक सीट पर दोनों मुख्य विपक्षी दलों- कांग्रेस और जेडीएस के बीच कांटे की टक्‍कर थी। श्रीनिवास गौड़ा से जब पूछा ये गया कि उन्होंने किसे वोट दिया, तब उन्होंने कहा था, " मैंने कांग्रेस को वोट दिया।" इसका कारण पूछने पर उन्होंने कहा, "क्योंकि मैं कांग्रेस से प्यार करता हूं।"

बता दें कि श्रीनिवास पहले भी कह चुके हैं कि वह एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाले जेडीएस को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।

जेडीएस प्रमुख एचडी कुमारस्वामी ने बाद में इस बात की पुष्टि की थी कि पार्टी के 32 में से दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। गौरतलब है कि चुनाव से एक दिन पहले, कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जेडीएस के विधायकों को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवार मंसूर अली खान के पक्ष में वोट डालने की अपील की थी। पत्र में कहा गया था कि उनकी जीत दोनों पार्टियों की 'धर्मनिरपेक्ष विचारधारा' की जीत होगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख