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बेंगलुरू: कर्नाटक में पिछले 10 दिन से चल रहे सियासी घमासान में आज नया मोड़ उस वक्त आया, जब विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने आज (सोमवार) बताया कि मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की ओर से लाये गए विश्वासमत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई को सदन में विचार किया जाएगा। उधर, मुंबई के एक होटल में ठहरे कांग्रेस के 14 बागी विधायक पार्टी आलाकमान से कोई समझौता करने को तैयार नही हैं। वहीं प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से इस्तीफा मांगा है।

विधानसभा अध्यक्ष कुमार ने सदन में बताया कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के दौरान विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद यह तारीख तय की गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता कुमारस्वामी की ओर से लाए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर 11 बजे से सदन में विचार किया जाएगा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि विश्वास मत पर गुरुवार को चर्चा कराये जाने का निर्णय किया गया है। उन्होंने संवाददताओं से कहा, ‘‘दोनों पक्ष गुरुवार को 11 बजे विश्वास मत पर चर्चा के लिए राजी हो गए हैं।’’

भाजपा ने कहा कि पार्टी विश्वास मत के कार्यक्रम से सहमत है। पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा के वरिष्ठ विधायक जे सी मधुस्वामी ने कहा कि पार्टी इसके लिए सहमत हो गई है और उन्होंने कहा कि यह भी मांग की है कि जब तक सरकार अपना बहुमत साबित नहीं करती है, तब तक कोई विधेयक पेश नहीं किया जाना चाहिए।

येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के पास विधायकों को अयोग्य घोषित करने का अधिकार नहीं है। येदियुरप्पा ने कहा कि गठबंधन सरकार अपना बहुमत खो चुकी है। साथ ही उन्होंने कुमारस्वामी से कहा है कि वह या तो विश्वास मत का सामना करें या इस्तीफा दे दें। आपको याद दिला दें कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को इस्तीफा दे चुके 10 विधायकों की याचिका पर सुनवाई की और स्पीकर केआर रमेश को निर्देश दिया कि 16 जुलाई तक इस्तीफे या अयोग्य घोषित करने पर यथास्थिति बरकरार रखी जाए। अब पांच अन्य बागी विधायक भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं।

बागी विधयाकों ने बताया जान का खतरा, मांगी सुरक्षा

कर्नाटक के 14 बागी विधायकों ने पोवई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर को पत्र लिखा है। जिसने उनका कहना है कि हमारा मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद या कांग्रेस के कर्नाटक या महाराष्ट्र के किसी गणमान्य व्यक्ति या किसी भी राजनीतिक नेता से मिलने का कोई इरादा नहीं है क्योंकि हमें उनसे जान का गंभीर खतरा है।

बागी विधायक नागराज को मनाने के प्रयास विफल

कर्नाटक में कांग्रेस के बागी विधायक एम टी बी नागराज को मनाने की कोशिशें असफल रहने के बाद वह रविवार को मुंबई चले गए जहां उन्होंने स्पष्ट किया कि त्यागपत्र वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता है। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के नेताओं ने शनिवार को नागराज से बातचीत की थी ताकि कर्नाटक में एच.डी. कुमारस्वामी नेतृत्व वाली सरकार को बचाने के लिए उन्हें मनाया जा सके। नागराज ने कहा कि इस्तीफा देने वाले सभी विधायक एकजुट हैं। उन्होंने इससे इनकार किया कि विशेष विमान में भाजपा के वरिष्ठ नेता आर अशोक उनके साथ थे। इससे भी मना किया कि उनके इस्तीफे के पीछे भगवा पार्टी का दबाव है।

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