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नई दिल्ली: जनता दल (एस)-कांग्रेस गठबंधन के एक दर्जन से अधिक विधायकों के इस्तीफे के बाद से कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार संकट में चल रही है। कांग्रेस और जेडीएस दोनों ही पार्टियां अपने-अपने विधायकों के साथ बैठक कर रही हैं। कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने सोमवार को कहा, 'इसके पीछे भाजपा के राष्ट्रीय नेता हैं। भाजपा के लोग यह सरकार नहीं चाहते, न ही वो चाहते कि कोई भी विपक्षी पार्टी राज्य या देश में शासन करे। वे लोग लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।' साथ ही उन्होंने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के मंत्री इस्तीफा दे देंगे। इसी बीच मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के मंत्री और निर्दलीय विधायक नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस-जेडीएस सरकार से अपना समर्थन भी वापस ले लिया।

कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद का कहना है, 'ये सब कुछ भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह का किया हुआ है। सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने तीसरी बार हमारे विधायकों को लगभग अपहरण करके मुंबई लेकर गए लेकिन सरकार गिरेगी नहीं। वह फिर से वापस आ जाएंगे।

उन्होंने कहा, कुमारस्वामी के संपर्क में भी भाजपा विधायक हैं। यह संकट कांग्रेस का अंदरूनी नहीं है।'

वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि भाजपा कर्नाटक में हमारी सरकार गिराने के लिए हमारे विधायकों को मुंबई ले गई है। कर्नाटक में हुई राजनीतिक संकट के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में आजाद ने मीडिया को बताया, 'प्रधानमंत्री जी (नरेन्द्र मोदी) कहते हैं- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। ये तो टेलीविजन पर बहुत अच्छी चीजें लगती हैं। लेकिन जमीन पर नहीं है।' साथ ही उन्होंने आगे कहा, 'माननीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मैंने कहा था कि आपने (भाजपा) हमारी सरकार हिमाचल प्रदेश में तोड़ दी। मणिपुर एवं गोवा में हमारे विधायकों को (सदन में) वोट नहीं देने दिया। बंगाल के विधायक ले जा रहे हो, आंध्र प्रदेश के विधायक ले जा रहे हो, गुजरात के विधायक ले जा रहे हो और अब आप कर्नाटक के विधायक ले जा रहे हो।'

उन्होंने सवाल किया, 'इन सबका विश्वास कहां चला गया? और कहां है लोकतंत्र?' उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र पर तो हमारा विश्वास होता है, भरोसा होता है। पार्टी के चुनाव चिन्ह के आधार पर जनता अपना प्रतिनिधि चुनकर देती है और अगर उसमें कोई भी बाहुबली ताकत वाला इस तरह से करे, तो क्या होगा।'

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