नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का निधन लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अनंत कुमार के निधन के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी के नेता नेता काफी दु:खी हैं। इसी के साथ विपक्ष के नेताओं ने भी उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वरिष्ठ नेता के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक और एक दिन की छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे भाजपा नेता अनंत कुमार कैंसर से पीड़ित थे। उन्होंने 59 साल की उम्र में बेंगलुरु में अंतिम सांस ली।
अनंत कुमार कर्नाटक के बेंगलुरु साउथ से सांसद थे। वह केंद्र सरकार में संसदीय कार्यमंत्री थे। राष्ट्रीय शोक के अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूरे देश में राष्ट्रध्वज आधा झुकाने का निर्देश दिया है। बता दें कि अनंत कुमार के पार्थिव शरीर को सुबह 9 बजे के बाद बेंगलुरु के नेशनल कॉलेज ग्राउंड पर रखा जाएगा, जहां पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे पाएंगे। बता दें कि अनंत कुमार पिछले कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे। बेंगलुरु साउथ से लगातार 6 बार जीत हासिल करने वाले अनंत कुमार को फेफड़ों का कैंसर था।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सहयोगी और मित्र अनंत कुमार के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, ''वह विलक्षण नेता थे, जोकि काफी कम उम्र में ही सार्वजनिक जीवन में आए और बहुत परिश्रम एवं करुणा के साथ लोगों की सेवा की। अच्छे कार्यों की वजह से उनको हमेशा याद किया जाएगा।'' पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने अनंत कुमार की पत्नी डॉ तेजस्विनी से बातचीत की है और शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं। उन्होंने कहा, ''दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके पूरे परिवार, मित्रों और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति।''
22 जुलाई, 1959 को एक मध्यमवर्गीय परिवार में अनंत कुमार का जन्म हुआ था। उनके पिता नारायण शास्त्री रेलवे में कर्मचारी थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई मां गिरिजा एन शास्त्री की देखरेख में हुई, जो खुद भी ग्रैजुएट थीं। अनंत कुमार ने आर्ट्स और लॉ में ग्रैजुएशन किया और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर वो लोगों की नजर में आए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संघ परिवार का छात्र संगठन है।
राजनीतिक सफर
इमरजेंसी के समय अनंत कुमार ने इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तमाम छात्रों के साथ वो भी जेल गए थे। उन्हें तब करीब 30 दिन जेल में रहना पड़ा था। 1987 में वो भारतीय जनता पार्टी से जुड़े। कर्नाटक में बीजेपी के उदय में अनंत कुमार का बड़ा हाथ रहा है। 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय वो सबसे कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बने थे। अनंत कुमार सिविल एविएशन, टूरिज्म, स्पोर्ट्स, यूथ अफेयर एंड कल्चर, अर्बन डेवलपमेंट और पोवर्टी एलिविएशन मिनिस्टर थे। 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में बेंगलूरु साउथ से लगातार 6 बार जीत हासिल की। फिलहाल वो केंद्र सरकार में संसदीय कार्यमंत्री थे।
पर्सनल लाइफ
अनंत कुमार की पत्नी डॉ. तेजस्विनी हैं, जबकि उनकी दो बेटियां ऐश्वर्या और विजेता हैं। अनंत कुमार को फेफड़ों का कैंसर था उनका इलाज लंदन और न्यू यॉर्क में भी हुआ था।