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बेंगलुरू: कर्नाटक उप-चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में खुशी की लहर दौड़ गई। कांग्रेस का कहना है कि जनता ने राज्य में भाजपा की नकारात्मक राजनीति को नकार दिया है। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) और कांग्रेस की यह जीत गठबंधन को लेकर भाजपा के दावे को गलत साबित करती है। अपने कार्यकर्ताओं और दोनों पार्टी के नेताओं को बधाई देते हुए कुमारस्वामी ने मीडिया से कहा- भाजपा ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को ‘अपवित्र मैत्री’ कहा था जो आज गलत साबित हो गया।

जेडीएस चीफ ने विपक्षी दलों पर सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों को तोड़ने के प्रयास का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा- “भाजपा ने कुछ कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को 25-30 करोड़ रूपये का लालच दिया था, लेकिन उनके झांसे में नहीं आए।” जबकि, कांग्रेस ने उप-चुनाव के नतीजे को अगले साल के लोकसभा चुनाव का टीजर बताया। सत्ताधारी गठबंधन ने कर्नाटक उप-चुनाव में यहां की पांच में से चार सीट- बेल्लारी और मांड्या लोकसभा सीट के साथ ही जमखंडी और रामंगरा विधानसभा सीटें जीती।

अपने गढ़ में जहां वे पिछले डेढ़ दशक से जीतती आयी है, बेल्लारी सीट पर शिकस्त खाई भाजपा के लिए मंगलवार की सुबह से ही शिमोगा सीट पर बढ़त थोड़ी राहत लेकर आयी। कर्नाटक उप-चुनाव को लोकसभा चुनाव से पहले जहां सेमी फाइनल के तौर पर देखा जा रहा था तो वहीं दूसरी तरफ से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के साझेदार के टेस्ट के तौर पर भी देखा जा रहा था। दोनों ही पार्टी इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव के बाद एक साथ आयी थी ताकि राज्य में सबसे ज्यादा सीट जीतकर आई भाजपा को सत्ता से बाहर रखा जा सके।

कांग्रेस के कर्नाटक चीफ दिनेश गुंडू राव ने बताया- “जनता ने भाजपा को खारिज कर दिया है। यह केन्द्र सरकार को नकारना भी है। उप-चुनाव के नतीजों यह से पूरे देश को संदेश गया है कि बदलाव का समय आ गया है।”

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